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Lok Sabha By Poll: उम्मीदवारी की घोषणा से पहले चुनावी अखाड़े में कूदे निरहुआ, आजमगढ़ से वोट देने की अपील
Azamgarh by poll: आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही दिनेश लाल यादव निरहुआ आजमगढ़ के चुनावी अखाड़े में कूद गए हैं।
Lok Sabha By Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अभी तक आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र (Azamgarh Parliamentary Constituency) में होने वाले उपचुनाव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी अभी तक इस उपचुनाव में प्रत्याशी को लेकर मंथन में जुटी हुई है मगर उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirhua) आजमगढ़ के चुनावी अखाड़े में कूद गए हैं।
निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirhua) ने 2019 का लोकसभा चुनाव भी आजमगढ़ संसदीय सीट (Azamgarh Parliamentary Seat) से ही लड़ा था मगर उन्हें समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) के मुकाबले हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार उन्होंने प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही ट्विटर पर अपना पोस्टर जारी कर दिया है और आजमगढ़ के चुनाव में वोट देने की अपील की है।
ट्विटर पर जारी किया निरहुआ ने पोस्टर
आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए अभी तक सिर्फ बहुजन समाज पार्टी की ओर से गुड्डू जमाली का नाम घोषित किया गया है। गुड्डू जमाली ने अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी से डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारने की अटकलें लगाई जा रही हैं। डिंपल यादव के पहले राज्यसभा चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी मगर बाद में उनके राज्यसभा चुनाव न लड़ने पर अब आजमगढ़ से चुनाव लड़ने की चर्चाएं जोरों पर हैं।
दूसरी ओर भाजपा की ओर से उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही निरहुआ चुनावी अखाड़े में कूद पड़े हैं। उन्होंने ट्विटर पर अपना पोस्टर भी जारी कर दिया है। इस पोस्टर में कहा गया है कि जाति धर्म ना कवनो भरम, ना कवनो मनबढ़ के लिए। कमल क बटन दबइह भैया, अपने आजमगढ़ के लिए। नीचे निवेदक में निरहुआ का नाम लिखा हुआ है और साथ में निरहुआ की हाथ जोड़े हुए फोटो भी लगी हुई है।
2014 में मिली थी अखिलेश को जीत
आजमगढ़ संसदीय सीट (Azamgarh Parliamentary Seat) से 2014 में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (SP Patron Mulayam Singh Yadav) को जीत हासिल हुई थी जबकि 2019 के चुनाव में यहां से सपा मुखिया अखिलेश यादव जीते थे। अखिलेश यादव ने भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को दो लाख 59 हजार 874 मतों से हराया था।
आजमगढ़ को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। अखिलेश यादव के इस्तीफा देने से यह सीट खाली हुई है। करहल सीट से विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद अखिलेश ने इस लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था और इसी कारण यहां पर उपचुनाव होने वाला है। 2014 में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी रमाकांत यादव को सपा प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव ने पराजित किया था।
सियासी अटकलों का बाजार गरम
भाजपा की ओर से आजमगढ़ संसदीय सीट पर प्रत्याशी की घोषणा से पहले ही निरहुआ की ओर से पोस्टर जारी करने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। निरहुआ को आजमगढ़ सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा की ओर से मजबूत दावेदार माना जा रहा है मगर पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इस कारण सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। वैसे अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि उन्होंने पार्टी के इशारे पर यह कदम उठाया है या दबाव की राजनीति के तहत।
वैसे निरहुआ के एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरने पर कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है। अगर समाजवादी पार्टी की ओर से डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा गया और भाजपा प्रत्याशी के रूप में निरहुआ चुनाव मैदान में उतरे तो इस संसदीय सीट पर रोचक मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है।