अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाएगी ये दिग्गज कंपनी, जानें इसके बारे में सबकुछ

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अच्छी खबर आई है। इसके लिए कंपनी के चयन को लेकर अंतिम रूप पर सहमति बनती नजर आ रही है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कंपनी को दी जा सकती है।

Aditya Mishra
Published on: 29 Feb 2020 1:21 PM GMT
अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाएगी ये दिग्गज कंपनी, जानें इसके बारे में सबकुछ
X
ये विवादित हिस्सा: अयोध्या पर सालों से इसी जमीन पर चल रहा विवाद

अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अच्छी खबर आई है। इसके लिए कंपनी के चयन को लेकर अंतिम रूप पर सहमति बनती नजर आ रही है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कंपनी को दी जा सकती है।

बताया जा रहा है कि अयोध्या श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और कंपनी के बीच औपचारिक सहमति बन चुकी है। चैत्र नवरात्रि के पहले राम मंदिर शिफ्ट हो सकता है। बता दें कि राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा शनिवार को चयनित स्थान का निरीक्षण करेंगे।

अयोध्या में कार सेवकों के लिए स्मारक निर्माण का फैसले का स्वागत-कैलाश विजयवर्गीय

मंदिर के मॉडल से लेकर समयावधि पर मीटिंग

अयोध्या में शनिवार को बड़ी बैठक बुलाई गई है, जिसमें राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों के साथ-साथ अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास भी शामिल होंगे। इस बैठक में राम मंदिर के निर्माण की पूरी कार्ययोजना पर चर्चा होगी। साथ ही मंदिर मॉडल से लेकर समयावधि पर भी ट्रस्ट के सदस्यों की राय ली जाएंगी।

साथ ही यह भी चर्चा होंगी कि, राम मंदिर के लिए भूमि पूजन 2 अप्रैल को रामनवमी के दिन का मुहूर्त तय किया जाए या अक्षय तृतीया के दिन। हालांकि, अयोध्यावासियों के साथ-साथ ट्रस्ट के सदस्यों की आम राय हैं कि मंदिर के लिए पूजन पीएम के हाथों से ही करवाया जाए, जिसके लिए पिछले दिनों ट्रस्ट के सदस्यों ने पीएम मोदी को न्योता भी दिया था। ऐसे में मीटिंग के बाद ही पक्की जानकारी मिल पाएगी।

उद्धव का अयोध्या दौरा: शिवसेना रखेगी लॉ एण्ड ऑर्डर का पूरा ध्यान- संजय राउत

अंबानी-बिड़ला को मात दे चुके हैं एलएंडटी के चेयरमैन

देश में इंजीनियरिंग क्षेत्र की दिग्गेज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद हजारों कर्मचारी रखती है। यह भारत की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है। इसका मुख्यालय मुम्बई में है।

एलएंडटी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर आर. शंकर रमन के मुताबिक, कंपनी में नवंबर 2016 की दरम्यान 1.2 लाख कार्मचारी थे। वहीं, चेयरमैन एएम नाइक को 2019 के गणतंत्र दिवस पर पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की जा चुकी है। यह ऐसी कंपनी है, जो अंबानी-बिड़ला पर भी भारी पड़ गई थी।

इस बात का जिक्र एएम नाइक की जीवनी- 'दि नेशनलिस्ट' में किया गया है, जो 2017 में प्रकाशित हुई थी। मिनहाज मर्चेंट की इस किताब में बताया गया कि अंबानी और बिड़ला एलएंडटी का अधिग्रहण करना चाहते थे। ऐसे में नाइक ने सभी कर्मचारियों को कंपनी का मालिक बनाने का निर्णय लिया।

महीनों तक चर्चा चली और अंत में एलएंडटी के कर्मचारियों के ट्रस्ट ने बिड़ला की पूरी हिस्सेदारी खरीद ली। ऐसे ही एक समय में एलएंडटी में अंबानी की स्थिति बहुत मजबूत हो गई थी और तय था कि अंबानी कंपनी का अधिग्रहण कर लेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका।

राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने अयोध्या दौरा में श्री रामजन्म भूमि का किया दर्शन

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story