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जय हो! विवाद का लाउडस्पीकर...अब न मंदिर में न मस्जिद में

Rishi
Published on: 3 Jun 2017 3:31 PM IST
जय हो! विवाद का लाउडस्पीकर...अब न मंदिर में न मस्जिद में
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मुरादाबाद : प्रदेश में मंदिर और मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर अक्सर दो पक्ष आमने-सामने आ जाते हैं। जिससे माहौल खराब हो जाता है। इससे मुरादाबाद भी अछूता नहीं रहा, कई बार इस तरह के विवादों से यहाँ का माहौल खराब हो चुका है। लेकिन ऐसा पहली बार सुना होगा की गांव वालों ने विवाद की जड़ रहे लाउडस्पीकर को ही खत्म कर दिया।

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गांव के हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षो ने आपसी सहमति से मंदिर और मस्जिद से लाउडस्पीकर उतार कर गंगा जमनी तहजीब की मिसाल कायम की है। मुरादाबाद के भगतपुर थाना के ठिरिया दान गांव जो पिछले तीन सालों से विवादों में रहता आ रहा था। लेकिन बार बार विवाद न हो इस पर गांव के सभी लोगों ने यह सहमति जता मंदिर और मस्जिद से लाउडस्पीकर उतार लिए, और आने वाले समय में भी किसी भी धार्मिक कार्य में इसका प्रयोग वर्जित कर दिया है। दोनों पक्षो ने यह बात लिखित रूप से थाने में भी दे दी है।

गांव के दिनेश सिंह का कहना है, कि हमारे मंदिर पर दो लाउडस्पीकर थे। वहां 6 लगे थे हमने इसकी शिकायत की सिर्फ दो ही बजें। लेकिन वो पक्ष माना नहीं। पुलिस आयी जिसमें सहमती से फैसला हुआ, कि अब मंदिर मस्जिद पर कोई लाउड स्पीकर नही बजेगा। ज़ाकिर का कहना है कि शिकायत हुई थी कि मस्जिद पर ज्यादा लाउड स्पीकर लगे हुए हैं। तो आपस मे सहमति हुई, कि तुम भी उतार लो मंदिर से भी लाउड स्पीकर उतर जाएंगे। कोई भी पक्ष किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में लाउड स्पीकर का प्रयोग नही करेगा।

पुलिस अधिकारी चक्रपाणि त्रिपाठी इस कार्य की सराहना करते हुए गाँव वालों को बधाई दे रहे है। उनका कहना है, कि सामाजिक दृष्टि से बहुत अच्छा कार्य किया है जिससे समाज मे अच्छा संदेश जा रहा है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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