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Lucknow Air Pollution: लखनऊ की फिर बिगड़ी आबोहवा, खराब श्रेणी में पहुंचा AQI लेवल
Lucknow Air Pollution: राजधानी लखनऊ के अधिकांश इलाके का एयर क्वालिटी इंडेक्स 201 से 300 के बीच दर्ज किया गया है। सबसे बुरी स्थिति तालकटोरा इलाके की है, जहां का एक्यूआई लेवल खराब श्रेणी के निचले स्तर पर पहुंच चुका है।
Lucknow Air Pollution: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की आबोहवा फिर से बिगड़ने लगी है। वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। शनिवार सुबह को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई लेवल) 260 दर्ज किया गया, जो कि खराब श्रेणी के अंतर्गत आता है। राजधानी के अधिकांश इलाके का एयर क्वालिटी इंडेक्स 201 से 300 के बीच दर्ज किया गया है। सबसे बुरी स्थिति तालकटोरा इलाके की है, जहां का एक्यूआई लेवल खराब श्रेणी के निचले स्तर पर पहुंच चुका है।
तालकटोरा इलाके में शुक्रवार सुबह एक्यूआई 285 दर्ज किया गया था जो अब बढ़कर 297 पर पहुंच चुका है। लखनऊ के अन्य इलाकों की बात करें तो लालबाग में 256, कुकरैल में 220, सेंट्रल स्कूल में 204, गोमती नगर में 175 और बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय में 184 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
लखनऊ में हवा की स्थिति खराब
पिछले दिनों जिला प्रशासन ने हवा की स्थिति खराब होने के बाद लखनऊ और आसपास के इलाकों में संचालित उद्योगों को बंद करवा दिया था। केवल उन्हीं उद्योगों को चलाने की अनुमति दी गई, जिनके यहां ईंधन के रूप में गैस का उपयोग होता है।
वहीं, दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में वायु प्रदूषण बुरे स्तर पर बना हुआ है। यहां शुक्रवार को औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 309 दर्ज किया गया था। शनिवार को भी इसमें कोई बदलाव नहीं दर्ज किया गया है। वायु प्रदूषण 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है।
प्रदूषण को देखते हुए नोएडा के सेक्टर 93 ए स्थित ट्विन टॉवर का मलबा हटाने का काम रोक दिया गया है। ग्रैप लागू होने के बाद शहर में सभी तरह के निर्माण कार्यों को रोका जा चुका है। ट्विन टॉवर के मलबे को ग्रीन नेट से ढंक दिया गया है, ताकि धुल न उड़े।
बता दें कि वायु प्रदूषण गुणवत्ता को 0 से 100 के बीच अच्छा माना जाता है, जबकि 101 से 200 के बीच संतुलित, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 400 से 500 या उससे ऊपर हो तो गंभीर माना जाता है।