×

Lucknow Building Collapse: आशियाने के मलबे में बच्चे तलाश रहे 'भविष्य', ईंट हटाकर ढूंढ रहे नई आस

Alaya Apartment Collapse: अलाया अपार्टमेंट के मलबे में बच्चे अपने डॉक्यूमेंट तलाश रहे हैं। भविष्य को फिर से संवारने के लिए कंक्रीट के बीच कागज के चंद टुकड़ों की तलाश में जुटे हैं।

aman
Written By amanNewstrack Ashutosh Tripathi
Published on: 28 Jan 2023 4:11 PM IST
Lucknow Alaya Apartment Collapse
X

Lucknow Alaya Apartment Collapse (Photo: Ashutosh Tripathi)

Lucknow Alaya Apartment Collapse: इंसान खुद को सबसे सुरक्षित अपने घर में महसूस करता है। और जब वो घर ही नहीं रहा जाए तो? ऐसे हालात से गुजर रहे हैं लखनऊ के अलाया अपार्टमेंट में रह रहे बच्चे। जिनके घर बीते मंगलवार की शाम ताश की पत्तों की तरह बिखर गए। आम लोगों के लिए वो शाम हर दिन की तरह थी, मगर चंद सेकेंड में अलाया अपार्टमेंट में रह रहे लोगों की जिंदगी बदल गई। लेकिन, ये जिंदगी ठहरती कहां है? ये तो चलते रहने का नाम है। अलाया अपार्टमेंट में रहने वाले बच्चे अब उसी मलबे में, जो कल उनका घर हुआ करता था, में अपना भविष्य तलाश रहे हैं।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में मंगलवार को अलाया अपार्टमेंट (Alaya Apartment) पल भर में टूटकर बिखर गया।


इमारत के मलबे में न जाने कितने सपने, जिंदगियां और भविष्य दफ़्न हो गए।मगर, कदम तो आगे बढ़ाना ही है। शनिवार को यहां रहने वाले बच्चे मलबे में अपनी मार्कशीट और डॉक्यूमेंट तलाशते नजर आए।


हजरतगंज के अलाया अपार्टमेंट में रहने वालों के लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहा है। हर सुबह इसी कोशिश से होती है कि जिंदगी की नई शुरुआत कहां से करें।


अपने ढह चुके आशियाने पर कोई आंसू बहाता नजर आ रहा, तो कोई चंद कागज के टुकड़ों से अपने भविष्य की उम्मीद लिए लौट रहा। कल की बसी-बसाई गृहस्थी आज मलबे में दब चुकी है।


अलाया अपार्टमेंट के लोगों को आगे की जिंदगी जीने की कोई वजह है तो बस उम्मीद। कोई सरकार, अपने, नाते-रिश्तेदार उनके वो पुराने दिन तो नहीं लौटा सकता।


आंखों में आंसू और चेहरे पर निराशा का भाव लिए बच्चे उन कंक्रीट के बीच अपने भविष्य तलाशते जरूर नजर आ रहे।











aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story