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Lucknow: आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की निदेशक से की मुलाकात, सौंपा 12 सूत्रीय ज्ञापन

Lucknow: महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने आज बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की निदेशक सरनीत कौर से मुलाकात कर अपनी 12 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन सौपा।

Anant kumar shukla
Published on: 27 Dec 2022 1:36 AM GMT
Lucknow News In Hindi
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बाल विकास सेवाएं और पोषण के निदेशक से मिली आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ

Lucknow: महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उ.प्र. (सम्बद्ध) एचएमएस की महामंत्री नीलम पाण्डेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल आज बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की निदेशक सरनीत कौर से मुलाकात कर अपनी 12 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन सौपा। जिसको संज्ञान में लेते हुए निदेशक ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही समस्याओं का समाधान किया जायेगा। साथ ही उपनिदेशक आरूती यादव से भी विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए समस्याओं का अपने स्तर से समाधान कराने का आश्वासन दिया।

कार्यकत्रियों की प्रमुख मांगें

कार्यकत्रियों की ओर से प्रमुख मांगों में 62 वर्ष की आयु पूरा कर चुकी आंगनबाड़ी महिलाओं को बिना ग्रेच्युटी व पेंशन के ही सेवा समाप्त कर दी जा रही है। पोषण ट्रैकर के अन्तर्गत आ रही मोबाइल सम्बन्धित समस्याओं का समाधान कराने। प्रोत्साहन राशि, सुपरवाइजर के पद पर होने वाली पदोन्नति जैसे विभिन्न मागों पर विचार विमर्श कर समाधान कराने को कहा गया। प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से संगठन की तरफ से नीलम पाण्डेय, कल्पना सिंह, रामदेवी, शशी सिंह आदि मौजूद रहे।

12 सूत्रीय मांग

  • सामाजिक सेवा भाव का अनुभव रखने वाली एवं कोरोना महामारी से फ्रंट वारियर्स की तरह कार्य करने वाली आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 62 साल की उम्र में बिना पेंशन, ग्रेच्युटी और सामाजिक सुरक्षा के जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया। उनको पुनः वापस लिया जाय अथवा पेंशन व ग्रेच्युटी या एक मुस्त सेवा धनराशि का लाभ दिया जाय।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ स्वयं सहायता समूह के हस्तक्षेप से काफी मतभेद एवं समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सेवा दे रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यों में रूकावटें उत्पन्न हो रही हैं। स्वयं सहायता समूह का हस्तक्षेप एवं सम्बद्धता को हटाया जाय।
  • बी हेकाली झीमोमी, प्रमुख सचिव द्वारा मानदेय के अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के रूप में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 1500/-, मिनी आंगनबाड़ी को 1250/- व सहायिकाओं को 750/- रूपए दिये जाने का शासनादेश जारी किया गया था। परन्तु आंगनबाड़ी महिलाओं के खातें में प्रोत्साहन राशि का पैसा नहीं पहुंच रहा है।
  • मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी प्रदेश की आगनबाड़ी अभी तक नहीं किया गया है। भुगतान कराया जाय।
  • जिन केन्द्रों को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है, उन कार्यकत्रियों को प्रोत्साहन राशि व पीएलआई का भुगतान कराया जाय।
  • पोषण ट्रैकर के लिए आंगनवाड़ी महिलाओं को बिना मोबाइल दिये उनसे कार्य करने को कहा जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मोबाइल वितरण किया गया वह काफी लो कटेगरी का होने के कारण आये दिन खराब हो जाता है। अत: उच्च गुणवत्ता वाले फोन दिया जाय।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को सरकार के तरफ से दिये जाने वाले साड़ी की गुणवत्ता काफी लो कटेगरी की है। जिससे महिलाओं को पहनने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी महिलाओं को उच्च गुणवत्ता वाली साड़ी दिया जाये या उनके खाते में साड़ी के क्रय हेतु पैसा दिया जाये।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्री से सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया वर्षों से लम्बित है। पदोन्नति कराकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लाभ दिया जाय।
  • अपने अधिकारियों को निर्देश प्रदान करें कि श्रम कानून यानी ट्रेड यूनियन एक्ट में दर्ज महिला आँगनबाड़ी कर्मचारी संघ को हर तीसरे महीने जनपद व ब्लाक स्तर पर उनकी समस्या सुनकर समाधान करें।
  • आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 15 दिन का मानदेय सहित चिकित्सा अवकास और इलाज के लिए धनराशि दीया जाए।
  • आँगनबाड़ी कार्यक्रम विकेन्द्रीकृत कर हर पाँच साल में कुर्सी, मेज, बाक्स, आवश्यक बर्तन खरीदने, बच्चों को ड्रेस, बैठने के लिए टाट पट्टी और मुफ्त नर्सरी स्तर का कलर, पेंसिल, बैग और स्लेट प्रदान किया जाय।
  • प्रत्येक वर्ष में होने वाली गर्मी व ठण्डी की छुट्टियों के लिए प्राइमरी स्कूल की तरह आगंनबाड़ी केन्द्र संचालित कर रहीं कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को भी अवकाश दिया जाए।
Deepak Kumar

Deepak Kumar

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