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Lucknow building collapse: बिल्डर फहद याजदानी ने कहा मुझे बदनाम और मुख्यमंत्री को भ्रमित किया जा रहा, अपार्टमेंट हादसे पर दी सफाई

Lucknow building collapse: याजदान बिल्डर के मालिक फहद याजदानी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो खुद को बेकसूर बताते हुए अपनी सफाई दे रहा है।

Sunil Mishraa
Published on: 27 Jan 2023 3:47 PM GMT
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Lucknow building collapse Builder Fahad Yazdani 

Lucknow building collapse: राजधानी के अलाया अपार्टमेंट हादसे में अब तक पुलिस दो आरोपियों नवाजिश मंजूर और मोहमद तारिक की गिरफ्तारी कर चुकी। वहीं अन्य याजदान बिल्डर के मालिक की तलाश जारी है। इस बीच याजदान बिल्डर के मालिक फहद याजदानी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो खुद को बेकसूर बताते हुए अपनी सफाई दे रहा है। उसने कहा है कि इस घटना में मुझे बदनाम करने और माननीय मुख्यमंत्री को भ्रमित करने की साजिश रची जा रही है।

मुझे बदनाम व CM को भ्रमित करने की हो रही साजिश

वीडियो में फहद याजदनी ने कहा है कि मंगलवार को हुई अपार्टमेंट ढहने की घटना में मुझे बदनाम करने और मुख्यमंत्री को भ्रमित करने की साजिश रची जा रही है।

इस घटना के 2 दिन बाद सबकी बातें सुनने के बाद में अपना बयान आप लोगों के सामने जाहिर कर रहा हूं। फहद ने कहा है कि इस बिल्डिंग से यजदान बिल्डर का कोई लेना देना या वास्ता सरोकार कभी नहीं रहा। उस बिल्डिंग के किसी भी चीज से शाहिद मंजूर के बेटे और भतीजे का भी कोई लेना देना नहीं है । फहद के मुताबिक, मंजूर और तारिक ने ही फ्लैट बेचे हैं और रजिस्ट्री की है।

CCTV कैमरे में कैद है सारी सच्चाई

फहद याजदानी ने वीडियो में कहा है कि पार्किंग में कैमरे लगे थे, मेरी सभी अफसरों से गुजारिश है कि वह मलबे से कैमरे निकाल कर देखें कि उस बिल्डिंग में ड्रिलिंग का जो काम हो रहा था वह काम खुद शाहिद मंजूर खड़े होकर करवा रहे थे। जिसको लेकर बिल्डिंग में रहने वाले लोगों से शाहिद मंजूर की तीखी नोकझोंक और बहस भी हुई थी। लोगों ने रोका लेकिन पता नहीं क्यों शाहिद मंजूर खुदाई काम को नहीं रोका गया।

मैने सिर्फ फ्लैट बिकवाए, नही किया कोई एग्रीमेंट

फहद वीडियो में कहते हुए दिख रहे है कि नवाजिश अपने आप को बचाने के लिए इसकी सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर डाल रहे है, जबकि मेरा इस बिल्डिंग से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा । मैंने सिर्फ शाहिद मंजूर से ताल्लुक के चलते जब यह बिल्डिंग 2009 और 2010 में बन रही थी तो मैंने इनके कहने पर 3 फ्लैट उस बिल्डिंग के बिकवाए थे, जिसका कमीशन मुझे मिला था बाकी मेरा कोई मतलब नहीं था। उसने कहा है कि जो लोग कह रहे हैं कि बिल्डर एग्रीमेंट मेरे नाम था तो बिल्डर एग्रीमेंट अगर मेरे नाम पर था तो वह मांगा जाए कि कौन सा बिल्डर एग्रीमेंट था। किसी तरह का एग्रीमेंट फहद यजदानी के नाम होगा तो मैं खुद ब खुद जेल जाने को तैयार हूं।

कोर्ट से नहीं मिली राहत तो कर दूंगा सरेंडर

वीडियो में याजदानि ने कहा है कि यह बिल्डिंग 2010 और 2011 में बनी थी, जबकि यजदान बिल्डर की फर्म 2012- 13 में बनी है। हमारा इंवॉल्वमेंट कैसे हो जाएगा। पूरा अमला फहद यजदानी के पीछे पड़ गया है। फहद यजदानी की बिल्डिंग प्राग नारायण रोड पर थी जिसे एलडीए ने तोड़ दिया हमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं हुआ। मेरी सभी से गुजारिश है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।

उसने कहा कि हफ्ते 10 दिन में कोर्ट से राहत मिलती है तो ठीक है वरना मैं खुद सरेंडर कर दूंगा।

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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