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Lucknow Crime News: मोस्ट वांटेड साइबर ठग प्रमोद मंडल गिरफ़्तार, पुलिस के खुलासे पर उठ रहे सवाल
देश के चर्चित साइबर ठग प्रमोद मंडल को राजधानी की साइबर सेल की टीम ने आज गोसाईगंज से गिरफ्तार कर लिया है।
Lucknow Crime News: देश के चर्चित साइबर ठग प्रमोद मंडल को राजधानी की साइबर सेल की टीम ने आज गोसाईगंज से गिरफ्तार कर लिया है। लखनऊ के साइबर क्राइम के सहायक पुलिस आयुक्त विवेक रंजन राय ने बताया देश का सबसे बड़ा साइबर ठग प्रमोद मंडल राजधनी की जेल में बंद अपने पिता व चाचा से मिलने के लिये आया था। गिरफ्तार यह साइबर ठग झारखंड के दुमका का रहने वाला है। राजधानी की साइबर सेल ने इसके साथ ही इसके साथियों राजेश, करन व मनोज को भी गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार साइबर ठग प्रमोद मंडल, यूपी दिल्ली समेत 10 राज्यों में वांटेड है। बताया गया है कि साइबर ठग प्रमोद मंडल ने सचिवालय के रिटायर्ड क्लर्क के खाते से 53 लाख रुपये ऑनलाइन बैकिंग के माध्यम से निकाल कर उनके साथ लम्बा फ़्रॉड किया था। तब से वह फरार चल रहा था।
गिरफ्तार साइबर ठग प्रमोद मंडल के बारे में बताया गया है कि उसने साइबर अपराध से अकूत सम्पत्ति अर्जित कर ली है। उसने अपनी ससुराल के समीप काफी जमीन खरीदी है। बंगाल के तारापीठ में उसने सात करोड़ की बेशकीमती जमीन खरीदी है। अगर साइबर सेल के सूत्रों पर विश्वास करें तो प्रमोद साइबर क्षेत्र में ठगी के जरिये देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को ठगा और उन पैसों से ज्यदातर जमीने ही खरीदीं हैं।
क्या लखनऊ से ही गिरफ्तार हुए हैं साइबर ठग?
जहां एक ओर साइबर क्राइम लखनऊ के पुलिस आयुक्त विवेक रंजन यह दावा कर रहे हैं कि उनकी साइबर सेल की टीम ने अंतरराष्ट्रीय सायबर ठग प्रमोद मंडल को लखनऊ के गोसाईगंज से उस समय गिरफ्तार किया है जब वह जेल में बंद अपने पिता चाचा से मिलने के लिये जा रहा था। जबकि चर्चा है कि 29 साइबर अपराधों में वांछित इस शातिर ठग प्रमोद मंडल को देश की राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि यह शातिर ठग इन दिनों अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में रह रहा था, जिसकी भनक लखनऊ की साइबर सेल की टीम को लग गयी।
इसकी भनक लगते ही लखनऊ की पुलिस देश की राजधानी गयी और वहां दिल्ली पुलिस के सहयोग से इसे धर दबोच लिया। सूत्र की मानें तो इसकी भनक लखनऊ की हजरतगज थाने की पुलिस को उस समय हुई जब इस शातिर ठग ने दिल्ली जाने के लिये ऑनलाइन अपना टिकट बुक कराया था। बस यहीं से लखनऊ पुलिस को उसका मोबाइल नम्बर हाथ लग गया। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर इस शातिर तक पहुंचने की कोशिश की और गत शुक्रवार को वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
यह बात सही है लखनऊ पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे इस शातिर साइबर ठग को गिरफ़्तार कर समाज के कई लोगों को इसके जाल में फंसने से बचा लिया, लेकिन सवाल यह है कि लखनऊ पुलिस इसकी गिरफ्तारी को लेकर घुमा क्यों रही है? इस शातिर की गिरफ्तारी को दिल्ली के बजाय लखनऊ से क्यों दिखा रही है। सूत्र बताते हैं कि इस शातिर साइबर ठग की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के सहयोग से देश की राजधानी से लखनऊ पुलिस ने गत शुक्रवार को की है।