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Lucknow News: कब्र से 48 घंटे बाद निकाला गया बच्चा, धड़कने तलाशने में जुटी विशेषज्ञों की टीम
Lucknow News: परिवार ने डॉक्टर की रिपोर्ट पर भरोसा करके बच्चे को दफना दिया। लेकिन एक तांत्रिक ने बच्चे के जिंदा होने का दावा किया।
Lucknow News: भरोसा करना बेशक मुश्किल है, लेकिन सच है की एक तांत्रिक ने डॉक्टर की रिपोर्ट को झूठा साबित कर दिया। मामला लखनऊ के दुबग्गा थानाक्षेत्र का है। यहां तीन साल के बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिवार ने डॉक्टर की रिपोर्ट पर भरोसा करके बच्चे को दफना दिया। लेकिन एक तांत्रिक ने बच्चे के जिंदा होने का दावा किया। उसके कहने पर 48 घंटे बाद बच्चे को कब्र से बाहर निकाला गया। बच्चे का बदन गर्म देख घरवाले उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों की टीम उसकी धड़कने तलाश रही है।
दुबग्गा के सैदपुर महरी निवासी सुनील रावत का तीन साल का बेटा बीमार था। इलाज के दौरान शनिवार देर शाम डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। रविवार को परिवार ने प्राइमरी स्कूल के पीछे बच्चे को दफन कर दिया। सोमवार की रात सुनील की पत्नी पूजा ने बच्चे के जिंदा होने का सपना देखा। सुबह सपने की बात सुनील को पता चली तो उसने एक तांत्रिक से बात की। तांत्रिक ने कहा की बच्चा जिंदा है। उसकी बात पर यकीन कर मंगलवार को कब्र खोदकर बच्चे को बाहर निकाला।
पूजा पाठ कर हुई कब्र की खोदाई
गाँव के रहने वाले मुन्ना, राकेश, राजू व कमलावती ने बताया कि तांत्रिक ने नवजात की कब्र पर पहले पूजा पाठ की। उसके बाद कब्र को खोदकर बच्चे को बाहर निकाला और घर ले गए। घर पर तांत्रिक बच्चे को जमीन पर रख झाड़ फूंक कर रहा था। इसी दौरान गांव वालों ने पुलिस को सूचना दे दी।
बदन गर्म देख दंग रह गई पुलिस, भेजा अस्पताल
सूचना मिलते ही पुलिस सुनील के घर पहुंची। पुलिस को देख तांत्रिक तो वहा से भाग निकला, लेकिन बच्चे का शरीर गर्म देख पुलिस भी हैरान हो गई। थाना प्रभारी दुबग्गा सुखबीर सिंह भदौरिया ने बताया की परिजन बच्चे को जमीन पर लिटाए हुए थे। चेक किया गया तो पता चला कि बच्चे की बॉडी गर्म है। तत्काल बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया। पुलिस पुरे मामले की जांच पड़ताल में लगी हुई है।