Lucknow News: डार्कवेब पर डीलिंग-बिटकॉइन में पेमेंट, STF के शिकंजे में आये नशीली दवाओं के सौदागर

Lucknow News: प्रतिबंधित नशीली दवाएं लखनऊ और आसपास के जिलों के तस्करों से खरीदी जाती थीं। इसके बाद इन्हें कुरियर से भेजा जाता था और बिटकॉइन में पेमेंट लिया जाता था।

Sunil Mishraa
Published on: 14 Jan 2023 3:55 PM GMT
Lucknow Payment in bitcoin dealing on darkweb drug dealer caught
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Lucknow Payment in bitcoin dealing on darkweb drug dealer caught

Lucknow News: यूपी एसटीएफ ने नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है। इसमें तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ये गैंग खरीदार की डिमांड के हिसाब से लखनऊ और आसपास के जिलों में मौजूद तस्करों से प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खरीद करता था। इसके बाद डार्क वेब के माध्यम से डील करता था और बिटकॉइन में पेमेंट लेता था।

कूरियर से भेजते थे और बिटकॉइन में लेते थे पेमेंट

गौरतलब है कि एसटीएफ को प्रतिबंधित नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के बारे में सूचना मिली थी। इस पर एसटीएफ ने जाल बिछाया और लखनऊ के कैंट इलाके से निलमथा, कैंट निवासी यासिर जमील, सहादतगंज के हमजा और इनामुल हक को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पता चला है कि ये गैंग खरीदारों का नंबर लेकर डार्क वेब के जरिए नशीली दवाएं बेचते थे। ये प्रतिबंधित नशीली दवाएं लखनऊ और आसपास के जिलों के तस्करों से खरीदी जाती थीं। इसके बाद इन्हें कूरियर से भेजा जाता था और बिटकॉइन में पेमेंट लिया जाता था।

30 रुपये का पत्ता USA में 700 में बेचता है गैग

पूछताछ में मास्टरमाइंड यासिर ने बताया कि नशीली दवाओ का एक पत्ता भारत में 30-40 रुपये मे मिलता है जिसमे 10 गोली होती है। इन्हें युनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका में बेचने पर प्रति पत्ते का 600 से 700 रुपय मिलता था। ये गैग सिपमैक्स कोरियर कम्पनी के माध्यम से कोरियर कर दवाएं यूएसए भेजता था। इस गैंगे ने युनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका में लगभग 150 बार से अधिक दवाओं की तस्करी की है। यासिर ने बताया कि दवाओं के पत्तों परकूटरचित प्लास्टिक का रैपर लगवाता हूॅं जिस पर Herbal Villa Immunity Booster] Unique MiÛture of 14 Herbs & Ayurvedic Medicines] ENHANCES BODY Immunity General Tonic अंकित रहता है। यह रैपर वह खुद ही तैयार कराता है। उसने बताया कि हम लोग हर्बल प्रोडेक्ट के कूटरचित रैपर इस लिए लगाते हैं कि हर्बल दवाओं का कोई लाइसेंस नही होता है।

डार्क वेब से ढूंढते थे कस्टमर

वहीं अन्य आरोपी हमजा व इमामुल-हक उर्फ इनाम ने बताया कि हम लोग अवैध प्रतिबन्धित नशीली दवाओ ट्रामाडोल व लाइपिन-10 की ब्रोकरी का काम करते हंै। हम लोग डार्क वेब से खरीद्दार ढूंढते है । उसके बाद रेट तय हो जाने पर उनका पता नोट कर लेते है। इसके बाद उस पते व डिमाण्ड को यासिर को व्हाटसएप के माध्यम से भेज देते है। यासिर उस कस्टमर को सप्लाई करके हमे उस कोरियर का ट्रेकिंग आईडी भेज देता है। हम लोग पेमेन्ट गेटवे, बिट क्वाइन व हवाला के माध्यम से पेमेन्ट प्राप्त करने के बाद डेटा को डिलीट कर देते है।

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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