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मंत्री जी! बिजली विभाग के दावे हवा-हवाई, लाइन ठीक करने में लगते हैं 6 घंटे

aman
By aman
Published on: 15 Jan 2018 4:19 PM IST
मंत्री जी! बिजली विभाग के दावे हवा-हवाई, लाइन ठीक करने में लगते हैं 6 घंटे
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लखनऊ: सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अधिकारी और कर्मचारी अपने मन की ही करते हैं। पूरे प्रदेश की तो छोड़िए राजधानी लखनऊ में बिजली की छोटी सी गड़बड़ी ठीक करने में भी छह-छह घंटे लग जाते हैं।

ताजा मामला लखनऊ के इंदिरा नगर का है। यहां एक फेस की ख़राब लाइन को ठीक करने में छः घंटे लग गए। यह भी तब जब स्थानीय लोगों ने बार-बार बिजली कर्मियों को फोन किया। जब राजधानी का ये हाल है तो प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में क्या होता होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

यह है पूरा मामला

इंदिरानगर के सी और डी ब्लॉक में सोमवार (15 जनवरी) सुबह करीब छह बजे फॉल्ट हो गया। स्थानीय लोगों ने जब फोनकर इसकी जानकारी बिजली विभाग के कर्मचारियों को दी, तो उन्होंने ठीक करने की बात कही। लेकिन सुबह 10 बजे तक लाइन ठीक नहीं किया गया। इसके बाद जब फिर फोन किया गया तो कर्मियों ने कहा कि रात की शिफ्ट करने वाले जा चुके हैं। दिन की शिफ्ट करने वाले आएंगे तब इसे ठीक किया जाएगा। इसके बाद जब लोगों ने अधिकारियों को फोन किया तो उधर से भी सिर्फ आश्वाशन ही मिला। कई बार फोन मिलाने के बाद दिन में करीब 12 बिजली कर्मी आए और पांच मिनट में लाइन ठीक कर चले गए।

क्या बोले अधिकारी?

इस मसले पर जब अधिकारियों से पूछा गया कि पांच मिनट के काम के लिए लोगों को 6 घंटे इंतज़ार करना पड़ा, तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि कर्मचारियों की कमी के कारण कभी-कभी ऐसा हो जाता है। पर सवाल यही उठता है कि जब प्रदेश की राजधानी में कर्मचारियों की इतनी लापरवाही है तो बाकी स्थानों पर क्या होता होगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे इस घटना की शिकायत प्रदेश के ऊर्जा मंत्री से करेंगे ताकि इस तरह की लापरवाहियों पर रोक लगाई जा सके।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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