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योगी हराएंगे बच्चों के इस काल को, दो साल में मिलेगी निजात

पूर्वाचंल के कुछ जिलों में बीते 40 सालों से लाखों मासूमों को मौत और विकलांगता का दंश देने वाले इंसेफ्लिाइट्सि के मामलों में कमी देखने में आयी है।

Newstrack
Published on: 31 Aug 2020 12:24 PM GMT
योगी हराएंगे बच्चों के इस काल को, दो साल में मिलेगी निजात
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि आगामी दो वर्षों में इंसेफ्लिाइटिस को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे। पूर्वाचंल के कुछ जिलों में बीते 40 सालों से लाखों मासूमों को मौत और विकलांगता का दंश देने वाले इंसेफ्लिाइट्सि के मामलों में कमी देखने में आयी है। पूर्वाचंल के गोरखपुर और बस्ती मंडल के जिलों के आंकड़ों को देखें तो मुख्यमंत्री के दावे में दम नजर आता है।

योगी सरकार बनने के बाद युद्धस्तर पर चलाया गया अभियान

गोरखपुर और बस्ती मंडल के आंकड़ों के मुताबिक एक्यूट इंसेफ्लिाइटिस के वर्ष 2016 में 699 मरीज और 136 मौतें, वर्ष 2017 में 875 मरीज और 119 मौतें, वर्ष 2018 में 440 मरीज और 41 मौतें, वर्ष 2019 में 265 मरीज और 15 मौतें तथा वर्ष 2020 में अब तक 80 मरीज और 06 मौतें सामने आयीं हैं।

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CM Yogi पूर्वी यूपी में इंसेफ्लिाइटिस के मामलों में भारी कमी (फाइल फोटो)

इसी तरह जापानी इंसेफ्लिाइटिस के वर्ष वर्ष 2016 में 36 मरीज और 09 मौतें, वर्ष 2017 में 51 मरीज और 09 मौतें, वर्ष 2018 में 47 मरीज और 03 मौतें, वर्ष 2019 में 32 मरीज और 05 मौतें तथा वर्ष 2020 में अब तक 06 मरीज और 01 मौत सामने आयी है। दरअसल, प्रदेश में वर्ष 2017 में योगी सरकार बनने के बाद इंसेफ्लिाइटिस के खिलाफ युद्धस्तर पर अभियान चलाया गया। इसके लिए 11 विभागों के समन्वय में टीम बना कर दस्तक अभियान की शुरूआत की।

2016 से अब तक इंसेफ्लिाइटिस से होने वाली मौतों में आई 95% कमी

Encephalitis पूर्वी यूपी में इंसेफ्लिाइटिस के मामलों में भारी कमी (फाइल फोटो)

इस अभियान के तहत पेयजल से लेकर जानवरों के खान पान और स्वच्छता और जागरूकता के कार्यक्रम चलाये गये। इसके अलावा देश में चलाये जा रहे स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर बनाये गये शौचालयों के कारण इस खतरानाक बीमारी के प्रसार पर रोक लगी है। इसी का नतीजा है कि पूर्वाचंल के गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज और देवरिया जैसे जिलों में बीते चार सालों में इंसेफ्लिाइटिस के मामलों और इसकी मृत्यु दर में काफी कमी देखने में आयी है।

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वर्ष 2016 से अब तक इंसेफ्लिाइटिस से होने वाली मौतों में 95 प्रतिशत की कमी सामने आयी है। पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की दिशा में प्रयास कर रहे बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरएन सिंह ने जेई और एईएस से मौत में कमी को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि सरकार ने पिछले साल रोकथाम को प्राथमिकता देकर ‘दस्तक अभियान चलाया जिससे महामारी को रोकने में कामयाबी मिली है।

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