Lucknow: G20 व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के लिए राजधानी सज कर तैयार, देखें न्यूजट्रैक की नजर से

G20 Meet and Global Investors Summit 2023: सभी ऐतिहासिक इमारतें सज-धज कर दिदार के लिए तैयार हैं। सड़क किनारे पेड़ों पर फसाड लाइटें लगाई गई हैं। दीवारों पर वॉल पेंटिंग की जा रही है, जो लखनवी तहजीब को दर्शाती हैं।

Anant kumar shukla
Updated on: 7 Feb 2023 5:00 AM GMT
Lucknow prepared for G 20 and Global Investor Summit
X

Lucknow prepared for G 20 and Global Investor Summit (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo

Lucknow G20 Summit: जी-20 व इन्वेस्टर समिट से पहले लखनऊ को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। विदेशी मेहमानों को लुभाने के लिए जिला प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। लखनऊ में हर जगह सफाई अभियान चलाया जा रहा है। रोड किनारे सजावटी लाइटें लगाई जा रही हैं। रेलिंग को चमकाया जा रहा है। सभी ऐतिहासिक इमारतें सज-धज कर दीदार के लिए तैयार हैं। सड़क किनारे पेड़ों पर फसाड लाइटें लगाई गई हैं। दीवारों पर वॉल पेंटिंग की जा रही है, जो लखनवी तहजीब को दर्शाती हैं।


भारत के अथक प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया था। भारत सरकार हमेशा से स्वस्थ जीवन के लिए योगा का प्रचार प्रसार करता रहा है। इसी सोच के साथ जी-20 व ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले योगा के विभिन्न आसनों को करती हुई मुर्तियां लगाई गई हैं। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए लखनऊ सजाया जा रहा है। इसी क्रम में राजधानी में रोड के किनारे खाली दिवारों पर मनमोहक पेंटिंग बनाई जा रही है। जो लखनवी तहजीब को दर्शाती हैं। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


जी-20 व ग्लोबल इन्वेस्टर मीट से पहले लखनऊ के सड़कों के किनारे खूबसूरत फूलों के पौधे लगाए जा रहे हैं। मीट से पहले करीब 50 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इनमे कैलियांड्रा, वेरिगेटेड गुड़हल, डबल चांदनी जैसे दो दर्जन से ज्यादा फूलों की वैरायटी शामिल हैं। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


जी-20 से पहले लखनऊ को भारतीय संस्कृति में सजाया जा रहा है। जिससे आने वाले विदेशी मेहमान सजावट देख के ही भरतीय संस्कृति से अवगत हो सकें। पुराने समय में यात्रा का एकमात्र साधन इक्का था। आवागमन के लिए इक्के का इस्तेमाल किया जाता था। इसी संस्कृति को दर्शाने के लिए पुराने लखनऊ में रोड किनारे इक्के सजाए गए हैं। जो बेहद मनमोहक है। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


जी-20 सम्मेलन से पहले समतामूलक चौराहे को संवारने मे जूटे लोग। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


जी-20 सम्मेलन से पहले समतामूलक से पॉलीटेक्निक चौराहे तक सड़कों के किनारे मनमोहक फूल के पौधे लगाए जा रहे हैं। पुराने पौधों को धुला जा रहा हैं। जो शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


शहर की दिवारों पर चित्र उकेरता कलाकार। हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर है। जिसे जगह-जगह दिवारों पर कलाकारों द्वारा खूबसूरती से बनाया जा रहा है। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)


कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के गेट के पास राष्ट्रीय पक्षी मोर की आकृत बनाई गई है। (फोटो-आशुतोष त्रिपाठी, न्यूजट्रैक)

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Next Story