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Lucknow News: लखनऊ में हर मौके पर फेल होता रहा ट्रैफिक मैनेजमेंट, अब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट है चुनौती

Lucknow News: बीते दिनों क्रिकेट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम और एक्टर जाम में फंस गए। दो सालों में राजधानी में कोई ऐसा बड़ा इवेंट नही हुआ जिसमे ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त न हुई हो।

Sunil Mishraa
Published on: 8 Feb 2023 11:42 AM IST
Lucknow News
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सांकेतिक तस्वीर (Pic: Social Media)

Lucknow News: मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रैफिक व्यवस्था ऐसी चरमराई की तत्कालीन अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी भी ट्रैफिक संभालने सड़क पर उतर गए थे। अक्टूबर में कार्यकारणी की बैठक में आए अमित शाह काफी देर तक जाम में फंस रहे। बीते दिनों क्रिकेट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम और एक्टर जाम में फंस गए। दो सालों में राजधानी में कोई ऐसा बड़ा इवेंट नही हुआ जिसमे ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त न हुई हो। अब एक बार फिर इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 में देश विदेश से मेहमान लखनऊ आयेंगे, तो पूरे सरकारी अमले की नजर ट्रैफिक व्यवस्था पर ही टिकी हुई है।

हाई कोर्ट ने लखनऊ की चरमराती ट्रैफिक व्यवस्था पर पिछले साल नाराजगी जाहिर की थी। कोर्ट ने 2017 में बनी उच्च स्तरीय ट्रैफिक कमेटी को निर्देश दिए थे कि अब नींद से जाग कर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारिए। कोर्ट के निर्देश को 9 महीने हो गए। अब तक राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने का नाम नहीं ले रही है। लिहाजा रोजाना आम लोग जाम में घंटों खड़े होने को मजबूर है और वीवीआईपी के लिए खास इंतजाम होने के बाद भी उन्हें ट्रैफिक में फंसना पड़ा है। ऐसे में अब एक बार फिर लखनऊ पुलिस के सामने बड़ी चुनौती ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 के रूप में खड़ी है। ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए इस बार भी विभाग की तरफ से दावे किए जा रहे है कि ट्रैफिक कर्मियों की संख्या बल बढ़ाने के साथ साथ अतरिक्त रूट तैयार किया गया है। इस बार कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी।

1300 पुलिसकर्मी संभालेंगे ट्रैफिक व्यवस्था

11 व 12 फरवरी को होने वाले ग्लोबल समिट में देश विदेश के लगभग 447 प्रतिनिधि आ रहे है। डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर ने बताया कि, राजधानी के ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए लगभग 1300 ट्रैफिक कर्मियों को लगाया जा रहा है। इसमें 800 कांस्टेबल, 200 हेड कांस्टेबल, 200 टीएसआई, 35 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 10 सीओ, 5 एडिशनल एसपी और दो डीसीपी तैनात किए गए है। इसके अलावा ट्रैफिक निदेशालय के अधिकारी पूरी ट्रैफिक मैनेजमेंट पर नजर रखेंगे।

शहर के लोगों से भी ट्रैफिक व्यवस्था संभालने की अपील

रईस अख्तर ने बताया कि चूंकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है। ऐसे में हजरतगंज, शहीद पथ और अयोध्या हाइवे से इस ओर आने वाले सभी ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। हालांकि शुरुवाती दौर में शहरवासियों से यह अपील की गई है कि 9 फरवरी से 16 फरवरी तक हजरतगंज से अहिमामऊ, गोल्फ से शहीदपथ वाया 1090, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान व सम्पूर्ण शहीदपथ का प्रयोग विशेष परिस्थिति में ही करें । इस रूट पर यातायात प्रतिबन्धों का सामना करना पड़ सकता है। इस रूट के स्थान पर वैकल्पिक रूट का प्रयोग कर यातायात पुलिस का सहयोग करें।

जानिए कब कब चरमराई लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था

17 दिसंबर 2021: लखनऊ के रमाबाई मैदान में आयोजित निषाद रैली में गृहमंत्री अमित शाह समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी कैबिनेट के कई दिग्गज मंत्री शामिल हुए थे। ट्रैफिक जाम की वजह से गृह मंत्री के प्रोटोकाल को अचानक बिना आईबी को सूचित किए ही बदल दिया गया। तत्कालीन और मौजूदा डीसीपी रईस अख्तर को हटा दिया गया था।

25 मार्च 2022: योगी सरकार दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। राजधानी के इकाना स्टेडियम में समारोह आयोजित हुआ था। इस आयोजन में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के दिग्गज पहुंचे थे। पीएम के जाने के बाद जब अमित शाह , राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा बाहर निकले तो जाम में फंस गए। घंटों जाम में फंसे होने के बाद एडीजी कानून व्यवस्था खुद ट्रैफिक जाम खुलवाने सड़कों पर उतरे। एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो जाम की वजह से समारोह स्थल पहुंच ही नहीं सकी थी।

29 जनवरी 2023: राजधानी के इकाना स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड का क्रिकेट मैच था। मैच के लिए भारतीय टीम शहीद पथ से स्टेडियम आ रही थी, लेकिन मैच के दौरान ही टीम को बस जाम में फंस गई। यही नहीं अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए स्टेडियम आए बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन भी जाम से जूझते हुए पहुंचे और उन्होंने स्पोर्ट्स चैनल में लखनऊ के ट्रैफिक का मजाक भी उड़ाया।

31 जनवरी: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की बेटी की शादी जनेश्वर पार्क में आयोजित हुई। इस समारोह में सैकड़ों वीवीआईपी आए थे। पिछले कड़वे अनुभव से सीख न लेते हुए इस बार भी ट्रैफिक विभाग ने पूरे शहर को जाम से जूझने के लिए छोड़ दिया। हालात ये थे कि डीजीपी आवास से महज 50 मीटर दूरी पर लगे भीषण जाम में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद आधे घंटे तक फंसे रहे।

ट्रैफिक व्यवस्था की बदहाली पर दो पुलिस कमिश्नर हटाए गए थे

राजधानी की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था पर हाई कोर्ट के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ नाराजगी जाहिर करते आए है। राजधानी की सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते सरकार ने इंस्पेक्टर से लेकर दो जिलों के पुलिस कमिश्नर तक को उनके पद से हटा दिया था। 28 जुलाई 2022 को लखनऊ-कानपुर हाईवे पर 6 घंटे जाम लगा रहा। इसकी जानकारी न ही बंथरा थाना प्रभारी को हुई और न ही पुलिस कमिश्नर को। 6 घंटे बाद जब डीजीपी ने खुद इस पर हस्तक्षेप किया तब जाकर जाम खुलवाया जा सका। इस मामलें में तत्कालीन थाना प्रभारी बंथरा अशोक सोनकर को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने करवाई का दौर शुरू किया तो दो एसीपी, एक एडिशनल डीसीपी, डीसीपी ट्रैफिक और फिर लखनऊ और कानपुर के पुलिस कमिश्नर तक को हटा दिया। बावजूद इसके अब तक लखनऊ में लगने वाले जाम के लिए कोई स्थाई नीति नहीं बन सकी है।



Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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