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Lucknow News: लखनऊ में खूंखार कुत्तों का आतंक, क्यों एक्शन नहीं ले रहा प्रशासन
Dog Attacked in Lucknow: लखनऊ के हजरतगंज के साहू सिनेमा के बाहर आवारा कुत्ते ने एक किशोर पर हमला कर दिया। कुत्ते ने काटकर उसे जख्मी कर दिया है। किशोर दर्द के मारे जोर-जोर से रो रहा है।
Dog Attacked in Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है। ताजा मामला राजधानी के हजरतगंज इलाके (Hazratganj Area) का है। मिली जानकारी के मुताबिक, हजरतगंज के साहू सिनेमा के बाहर आवारा कुत्ते ने एक किशोर पर हमला कर दिया। कुत्ते ने काटकर उसे जख्मी कर दिया है। किशोर दर्द के मारे जोर-जोर से रो रहा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन किशोर को नजदीकी अस्पताल में ले गए हैं। लखनऊ में अब ये रोज की घटना बन चुकी है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
लखनऊ की गलियों में आवारा कुत्तों की फौज
सबसे अधिक मुश्किलों का सामना बच्चों, बुढ़ों और महिलाओं को कारण पड़ रहा है। माता-पिता अब अपने बच्चों को खेलने के लिए पार्क भी नहीं भेज रहे हैं। लखनऊ की गलियों में आवारा कुत्तों की फौज मंडराती रहती है। दिन हो या रात ये कभी भी किसी पर झपट पड़ते हैं। राजधानी में कुत्तों के हमले की कई दिल दहला देने वाली घटनाएं हो चुकी हैं।
निगम प्रशासन ने शिकायत किए जाने पर नहीं उठाया ठोस एक्शन
स्थानीय लोगों द्वारा कई बार निगम प्रशासन से इस संबंध में शिकायत किए जाने के बावजूद कोई ठोस एक्शन नहीं लिया गया है। न ही अब तक आवारा कुत्तों को आबादी वाले इलाके से हटाया गया है और न ही इनके प्रजनन दर को रोकने के लिए इंजेक्शन लगवाए गए हैं।
24 घंटे के भीतर एक कुत्ते ने 6 लोगों को काटकर किया जख्मी
पिछले माह यानी सितंबर में लखनऊ के रायबरेल रोड स्थित एल्डिको कॉलोनी के सेक्टर दो में 24 घंटे के भीतर एक कुत्ते ने छह लोगों को काटकर जख्मी कर दिया था। इनमें बच्चे से लेकर व्यस्क औऱ कामकाजी महिलाएं तक शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद निगम प्रशासन के सामने सख्त नाराजगी जाहिर की थी। लोगों ने कहा कि अब घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है लेकिन निगम प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा है।
कुत्तों के आतंक से परेशान लखनऊवासी पूछते हैं कि आखिर निगम प्रशासन को आवारा और खतरनाक ब्रीड के कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई करने में दिक्कत क्या है। वे कानपुर निगम प्रशासन के हालिया फैसले का जिक्र करते हुए कहते हैं जिस तरह कानपुर में पिटबुल समेत अन्य खतरनाक नस्ल के कुत्तों के पालनें पर रोक लगाई है, वैसा ही कुछ कदम लखनऊ नगर निगम क्यों नहीं उठा रहा?