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Lucknow IPS: महिला प्रशिक्षु IPS अनुकृति शर्मा ने कहा, समाज को 'पुलिस माय फ्रेंड' अभियान से जोड़ने का लक्ष्य
Lucknow IPS Anukreethy Sharma: लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात महिला प्रशिक्षु IPS अनुकृति शर्मा ने नयी पहल के साथ समाज को खाकी से जोड़ने की कवायद फिर से शुरू की है, जिसका नाम "पुलिस माय फ्रेंड" है।
Lucknow IPS Anukreethy Sharma: लखनऊ कमिश्नरेट (Lucknow Commissionerate) में तैनात महिला प्रशिक्षु आईपीएस अनुकृति शर्मा (Female Trainee IPS Anukreethy Sharma) ने एक नयी पहल के साथ समाज को खाकी से जोड़ने की कवायद फिर से शुरू की है जिसका नाम "पुलिस माय फ्रेंड" (police my friend) है । हाल ही में शुशांत गोल्फ सिटी में बतौर थाना प्रभारी के पद पर नियुक्त हुई प्रशिक्षु आईपीएस अनुकृति शर्मा अपने कारनामो की वजह से लोगों के बीच बेहद प्रिय बन चुकी हैं।
क्षेत्र व् गांव में जनसम्पर्क अभियान के दौरान पुलिस विभाग में अब लोग रूचि लेने में भी दिलचस्पी दिखाने लगे हैं । लोगों की शिकायत सुनने के लिए खुद महिला आईपीएस अनुकृति सिंह जनता दरबार लगाकर न सिर्फ लोगों की समस्याएं सुन रही है बल्कि क्षेत्र में अलग अलग इलाकों में जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान भी कर रही है । आज जेडी गोयनका स्कूल में प्रशिक्षु आईपीएस अनुकृति शर्मा व मुख्य अतिथि के रूप में नवीन अरोड़ा साहिल हुए जहा स्कूली बच्चों के साथ कई प्रोग्राम्स कर उन्हें जागरूक किया गया ।
2 अलग-अलग तरह से खाकी और जनता को जुड़ने का सपना
2020 बैच की प्रशिक्षु आईपीएस अनुकृति शर्मा बताती है की जनता और पुलिसकर्मी के बीच बेहतर संवाद और विश्वाश बनाने के लिए 2 तरीके अपनाये है जो की जनसंवाद और स्कूल कंसेप्ट में है जनसंवाद में इलाके की टॉप 5 शिकायतों को उठा कर अलग-अलग चौकी क्षेत्रो में कम्पलेंनेट के घर जाकर उसकी समस्या के संधान करने की कोशिश करते है और साथ ही समाज के हो रहे अपराधों के बारे में संवाद कर उनको जागरूक करते है।
बीते कई इलाकों में आईपीएस अनुकृति शर्मा भ्रमण कर संवाद कार्यक्रम कर चुकी हैं जिसमें से गोमती एन्क्लेव, ओमैक्स, पैराडाइस क्रिस्टल, प्राथमिक विद्यालय सेवा गांव, सेक्टर जे स्थित हसनपुर खेवली,मालाक गांव शामिल है साथ ही स्कूल कॉम्पोनेन्ट क्ले ज़रिये बीते दिनों में स्कूल में बच्चो के बीच जाकर उन्हें न सिर्फ जागरूक करते हैं बल्कि क्लास 1 से लेकर क्लास 4 तक कॉम्पटीशन के ज़रिये "मैसेज फॉर पुलिस अंकल आंटी" जैसे प्रोग्राम करते हैं ताकि ये पता चल सके कि बच्चे उनके बारे में क्या सोचते हैं साथ ही पुरस्कार वितरण के जरिए खाकी के बीच उन्हें खुश रखने का अभी काम करते हैं।
ट्रैफिक रूल्स और गुड एंड बैड टच के बारे में भी जानकारियां दी
आईपीएस अनुकृति शर्मा ने बताया की छात्र छात्राओं को गुड एंड बैड टच के बारे में बताते हुए सिखाया की मम्मी-पापा और दादा-दादी के अलावा कोई भी अगर उनके आपत्तिजनक अंग को टच करता है तो वो बुरे होंगे और इसकी शिकायत अपने माता-पिता व् स्कूल में टीचर से करेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि एक शार्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म के ज़रिये इस दौर में मोबाइल व् इंटरनेट चलाने वाले छात्र-छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि सोशल मीडिया में इस्तेमाल के दौरान आये unknown लिंक्स को टच न करें ताकि आपत्तिजनक चीज़ो से बचा जा सके ।
घरेलू हिंसा के केसेस पर भी काम करना ज़रूरी
आईपीएस अनुकृति शर्मा बताती हैं कि घरेलू हिंसा (domestic violence) को रोकने के लिए गांव के लोग व् फ्लैट में रहने वाले लोगों को पुलिस से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी गयी है। कई लोगों से विनती की है कि वो आसपास में हो रहे क्राइम के बारे में न सिर्फ सूचना दे बल्कि नारी सशक्तिकरण (women empowerment) में हिस्सा लेते हुए नारी की रक्षा के लिए घरेलू हिंसा की सूचना भी पुलिस महकमे को दें ताकि दोषियों पर समय रहते कार्यवाही की जा सके और सरकार के सपने को भी सशक्त बनाने का प्रयास करें ।
पुलिस सर्विस में आने के बाद ऐसा करने का सोचा था, खाकी की छवि को सुधारेंगे
2020 बैच की आईपीएस अनुकृति शर्मा बताती हैं की सिविल सर्विसेस की तैयारी करते वक्त ही सोचा था की अगर वो पुलिस का हिस्सा बनेंगी तो समाज में सबसे पहले पुलिस की छवि को बेहतर करने का काम करेंगी और साथ ही लोगों को खाकी के रूप में नहीं दोस्त के रूप में देखे, ऐसी सोच जनता के बीच पैदा करेंगी और शायद समाज को अपराध-मुक्त बनाएंगी और जनता के बीच खाकी की छवि भी बेहतर बनेगी ।