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KGMU Lucknow News: KGMU के 2200 कर्मचारियों की हड़ताल से OPD में कामकाज ठप, मरीज़ों ने किया रोड़ जाम
Lucknow News: केजीएमयू में करीब 2200 नियमित पैरामेडिकल, नर्सिंग, लिपिक समेत दूसरे संवर्ग के कर्मचारी हैं। कर्मचारी लंबे समय से कैडर पुर्नगठन की मांग कर रहे हैं।
Lucknow News:किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के कर्मचारियों ने मंगलवार को ओपीडी में कामकाज ठप करने का एलान किया था। इससे इलाज मिलने में लोगों को समस्याएं उठानी पड़ रही हैं। वहीं, कर्मचारियों ने भर्ती मरीजों तक का इलाज रोक दिया है। जिससे नाराज़ मरीज़ों व तीमारदारों ने रोड़ जाम कर दिया। बता दें कि केजीएमयू में करीब 2200 नियमित पैरामेडिकल, नर्सिंग, लिपिक समेत दूसरे संवर्ग के कर्मचारी हैं। कर्मचारी लंबे समय से कैडर पुर्नगठन की मांग कर रहे हैं। सुनवाई न होने से कर्मचारियों का गुस्सा भड़क उठा।
कैडर पुनर्गठन की कर रहे मांग
केजीएमयू कर्मचारी परिषद के उपाध्यक्ष अतुल कुमार उपाध्याय ने बताया कि कैडर पुर्नगठन की लगातार मांग कर रहे हैं। अधिकारी जान बूझकर मामला लटका रहे हैं। इसकी वजह से कर्मचारियों को हर महीने हजारों रुपये की आर्थिक क्षति हो रही है। उन्होंने कहा कि सुबह ओपीडी को सबसे पहले हम बंद कराएंगे। इसके बाद कुलपति, कुलसचिव, वित्त समेत दूसरे विभागों में कामकाज नहीं होने देंगे।
250 से अधिक डॉक्टर भी जता रहे हैं विरोध
केजीएमयू अधिनियम व परिनियमावली में सरकार द्वारा प्रावधान किए जाने के बावजूद, प्राशासनिक उदासीनता के कारण केजीएमयू के शिक्षकों को एसजीपीजीआई के समान वेतन, पेमेट्रिक्स एवं ग्रेजुयटी जैसे सेवानिवृत्तिक लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिसके मद्देनजर, केजीएमयू के समस्त शिक्षकों द्वारा 29 अगस्त से काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन जारी है। अब 7 सितंबर, 2022 को आम सभा की बैठक बुलाकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। शिक्षकों की वाजिब मांगों के संदर्भ में शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कुलपति से उनके कार्यालय में भेंट की और काला फीता बांधने का अनुरोध किया। कुलपति ने प्रशासनिक कारणों से फीता बांधने में असमर्थता व्यक्त की, लेकिन हमारी मांगों को शासन से पैरवी करके पूरा कराने का आश्वासन दिया।
23 जुलाई को हुई बैठक में लिया गया था निर्णय
गौरतलब है कि केजीएमयू में 23 जुलाई, 2022 को डॉ. के.के. सिंह की अध्यक्षता में केजीएमयू शिक्षक संघ की बैठक में 250 से अधिक चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया था। संघ की आम सभा में सातवें वेतनमान के हिसाब से सैलरी न मिलने का मुद्दा उठा था। केजीएमयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ के.के. सिंह ने बताया था कि 1 जनवरी, 2016 से प्रभावी संसोधित पे मैट्रिक्स एवं सेवानिवृत्तिक लाभ आदि के आदेश एसजीपीजीआई व राम मनोहर लोहिया हेतु जारी किए जा चुके हैं, किंतु केजीएमयू के शिक्षकों हेतु अभी तक जारी नहीं किए गया है।
शिक्षकों को नहीं मिल पा रहीं ये सुविधाएं
महासचिव डॉ संतोष कुमार के मुताबिक, प्रशासनिक उदासीनता के कारण वैधानिक मांगे पूरी करने में अनावश्यक विलम्ब पर शिक्षकों द्वारा अपनी नाराजगी जाहिर की गयी। इसमें से वाहन भत्ता, अर्जित अवकाश, प्रोन्नति की अर्हता तिथि से वेतन, चिकित्सीय सुविधाएं व बैंक सम्बंधित समस्याएं आदि का समाधान विश्वविद्यालय स्तर से ही सम्भव है और शेष शासन स्तर से लचर पैरवी के कारण लम्बित है।