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Lucknow: लखनऊ का पोस्टर बॉय बना लंगूर, जगह-जगह लगे कटआउट

Lucknow News: लखनऊ में बंदरों का आतंक सिरदर्द बन गया था। जिससे निजात पाने के लिए एक नायब तरीका ढूंढा गया। लंगूर को पोस्टर बॉय बनाकर बंदरों के आतंक पर नियंत्रण पाया गया।

Ashutosh Tripathi
Published on: 3 Dec 2022 2:23 PM IST
Lucknow: लखनऊ का पोस्टर बॉय बना लंगूर, जगह-जगह लगे कटआउट
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Lucknow Langurs Photos: अगर आप ये सोच रहे हैं कि ये किसी चुनावी तैयारी को लगाया गया पोस्टर है या फिर किसी राजनीतिक पार्टी का चुनाव चिन्ह, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। ये नज़ारा राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज चौराहे स्थित ओसीआर बिल्डिंग की है। जहां आपको एक दो नहीं, बल्कि दर्जनों ऐसे पोस्टर देखने को मिल जाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आख़िर ये पोस्टर लगाये क्यों गये हैं? तो आपको बता दें कि, ओसीआर बिल्डिंग यानी की विधायक निवास में रहने वाले लोग पिछले 6 महीने से बंदरों के आतंक से परेशान हैं। बंदरों का भय यहां रहने वाले लोगों के मन में इस कदर घर कर गया है कि देर शाम के बाद वो घर से निकलते ही नहीं हैं।

कई बार इस बात की शिकायत नगर निगम को की गई। लेकिन, 14 मंजिल की इमारत में बंदरों को पकड़ना भी टेढ़ी खीर है। कई बार नगर निगम की टीम इन्हें पकड़ने के लिए गई। लेकिन, उन्हें ख़ाली हाथ लौटना पड़ा। धीरे-धीरे यहां के लोगों ने भी इनके साथ रहने की आदत डाल ली थी।


लंगूर के पोस्टर लगाने से मिला फायदा

ओसीआर बिल्डिंग के व्यवस्थापक संजय यादव ने एक अनूठी पहल की। उन्होंने बिल्डिंग में कई जगह लंगूर के पोस्टर लगवा दिए। इस पहल का सकारात्मक परिणाम मिला। बिल्डिंग में बंदरों की आवाजाही पहले की तुलना में काफ़ी कम हो गई। इसके बाद बिल्डिंग में कई जगह लंगूर के कटआउट भी लगाए गए। साथ ही, कुछ फेस कटआउट भी बनाये गये, जिसे कर्मचारी तब पहन लेते थे जब बंदर परिसर में प्रवेश करते थे। लंगूर को देखकर बंदर भाग जाते थे।


लखनऊ मेट्रो भी अछूता नहीं

बंदरों के आतंक से लखनऊ मेट्रो (Lucknow Metro) भी अछूता नहीं है। मेट्रो कर्मचारी काफ़ी परेशान थे। जिन मेट्रो स्टेशन पर बंदरों की आवाजाही काफ़ी अधिक थी, वहां भी लंगूर के पोस्टर लगाए गए हैं। इसके साथ-साथ बंदरों के आने पर साउंड के ज़रिए लंगूर की आवाज निकाली जाती है। जिसे सुनकर बंदर भाग जाते हैं।



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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