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Lucknow News: लखनऊ में यजदान बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू, मौके पर भारी संख्या में पुलिस-पीएसी तैनात
Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यजदान बिल्डिंग को गिराने का काम शुर कर दिया गया है।
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में आज शनिवार 19 नवंबर 2022 को यजदान बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू किया गया। आवंटियों ने हाईकोर्ट में बिल्डिंग को तोड़ने से रोकने के लिए याचिका दाखिल की थी। आवंटियों की तरफ से दाखिल की गयी याचिका पर लखनऊ हाईकोर्ट ने बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद में आज बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू किया गया है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस व पीएससी के जवान तैनात किये गये हैं।
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा यजदान बिल्डिंग को गिराये जाने के बारे अतिरिक्त सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने जानकारी देते हुये बताया यजदान बिल्डर्स को नक्शा पेश करने के लिये कहा गया था, उन्होने जो नक्शा पेश किया वो उन्हे जारी नहीं किया गया था। एलडीए से नक्शा न मिलने के बावजूद उन्होने बिल्डिंग को बनाया जो अवैध है। जब उनको एनओसी नहीं मिली थी तो उन्हे बिल्डिंग नहीं बनाना चाहिये।
बता दें यजदान बिल्डिंग मालिक का कहना है कि 2016 में एलडीए ने इस बिल्डिंग को अप्रूव किया था। यह बिल्डिंग रेरा से भी अप्रूव है और 36 लोगों ने अपनी रजिस्ट्री करा ली थी। लोगों को बिजली का कनेक्शन भी मिल गया। 6 साल से बिल्डिंग बन रही थी, तब अधिकारियों को इसके अवैध होने का याद नहीं आया, अब एकाएक पुलिस पहुंची और यहां रह रहे 6 परिवारों को जबरदस्ती बाहर निकाल दिया। एलडीए यह कार्रवाई अपनी कमियों को छुपाने के लिये कर रही है। यजदान की बिल्डिंग में कुल 48 फ्लैट बने हैं।
गौरतलब है कि लखनऊ के हजरतगंज याजदान बिल्डर्स की बिल्डिंग को 14 नवंबर को ध्वस्तीकरण शुरू हुआ था। जिसके बाद में यजदान बिल्डर्स और बायर्स लखनऊ हाईकोर्ट पहुंचे थे। 16 नवंबर को मामले की सुनवाई हुई लेकिन यजदान बिल्डर्स और बायर्स को यहां से भी राहत नहीं मिली थी। कोर्ट ने ध्वस्तीकरण पर स्टे नहीं दिया था। जिसके बाद में यजदान बिल्डिंग को गिराये जाने का रास्ता साफ हो गया था।