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Lucknow Air Pollution: धुंध में गायब हुआ लखनऊ, हवा में घुल रहा जहर, तेजी से बढ़ा प्रदूषण
Lucknow Air Pollution: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज जिस तरह की धुंध देखने को मिली है, उसे देखकर साफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन दिन लखनऊ की स्थिति भी दिल्ली के ही सामान है। यहां भी प्रदूषण की वजह से हवा में घुल रहा जहर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर दिखाने के लिए तैयार है।
Lucknow Air Pollution: राजधानी लखनऊ में भी अब दिल्ली जैसा हाल होना शुरू हो गया है। सुबह-सुबह धुंध की चादर में गायब हुए लखनऊ के प्रदूषण में तेजी से वृद्धि हुई है। शुक्रवार की सुबह लखनऊ में धुंध की चादर इस कदर बिछी थी, कि सामने खड़े इंसान को देखा पाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में लखनऊ की दम घोटू हवा से लोगों के स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। लगातार बढ़ने प्रदूषण की वजह से लखनऊ में सुबह धूप नहीं सिर्फ धुंध का साफ पहरा दिखाई दिया। जिससे लोगों को सांस लेने में भी काफी परेशानी हुई, दम घुटने जैसा एहसास हुआ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज जिस तरह की धुंध देखने को मिली है, उसे देखकर साफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन दिन लखनऊ की स्थिति भी दिल्ली के ही सामान है। यहां भी प्रदूषण की वजह से हवा में घुल रहा जहर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर दिखाने के लिए तैयार है।
लखनऊ में जहर
जहां एक तरफ हल्की-हल्की सर्दी बढ़ रही है वहीं दूसरी तरफ बढ़ता प्रदूषण लखनऊ में दम घोटने के लिए तैयार है। दिवाली के बाद से एक हफ्ते के अंदर लखनऊ में हवा की गुणवत्ता की स्टेज बहुत ही खराब स्थिति में पहुच गई है।
यहां सबसे ज्यादा लखनऊ के लालबाग, जानकीपुरम, चारबाग, गोमतीनगर और तालकटोरा इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बहुत ही ज्यादा खराब श्रेणी में पहुंच गया है। वहीं अलीगंज, राजाजीपुरम समेत अन्य इलाकों में भी हवा की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है।
ऐसे में अगर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर नजर डाले तो तो लखनऊ का औसत एक्यूआई आज यानी 4 नवंबर को 365 AQI है। जोकि बहुत ही खराब स्थिति है। वहीं लखनऊ में दिवाली के आसपास का रिकॉर्ड देखें तो 21 अक्तूबर को 164, 22 अक्तूबर को 175 और दीपावली के दिन 24 अक्तूबर को 137 था। जोकि बीते कुछ दिनों में 300 को पार करके अब 365 पर पहुच गया है।
इतनी तेजी से खराब होती लखनऊ की हवा को देखते हुए यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने भी एक माइक्रोप्लान लागू करते हुए प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं।
वहीं अगर नोएडा के हाल देखें तो नोएडा में हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत ही खतरनाक है। इतना खतरनाक है यहां पर इमरजेंसी के हालात हो गए हैं। आज 4 नवंबर को नोएडा में प्रदूषण स्तर 424 दर्ज किया गया, ग्रेटर नोएडा में 442 AQI , सेक्टर- 62 का AQI 473 और सेक्टर 116 में AQI 428 जोकि बहुत ही भयावह है। लोगों का हवा लेना मुश्किल हो रहा है।