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लखनऊ मेट्रो: पटरी पर उतारने का काउंट डाउन जारी, लेकिन कठिन है डगर डेडलाइन की

लखनऊ मेट्रो के डीपीआर में तीन स्पेशल स्पैन बनाने का प्रस्ताव है। इसमें होटल क्लार्क्स अवध की ओर से हनुमान मंदिर की ओर गोमती पर एक ब्रिज का निर्माण होना है। दूसरा स्पैन आईटी चौराहे पर बनाया जाएगा। तीसरा स्पैन बादशाहनगर रेलवे क्रासिंग के ऊपर से होकर जाना है। स्पैन जरूरी हैं, जो चैलेंजिंग टास्क है।

zafar
Published on: 28 Sep 2016 2:56 PM GMT
लखनऊ मेट्रो: पटरी पर उतारने का काउंट डाउन जारी, लेकिन कठिन है डगर डेडलाइन की
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लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है लखनऊ मेट्रो। राजधानी में मेट्रो को पटरी पर उतारने का काउंट डाउन शुरू हो गया है। इसकी दौड़ शुरू होने में बुधवार से सिर्फ 64 दिन का समय बाकी रह गया है। लेकिन काम अभी बहुत बाकी है। लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव भी मानते हैं कि यह बहुत चैलेंजिंग टास्क है।

करीब आती डेडलाइन

-एलएमआरसी कॉन्फ्रेंस रूम में बैठे मेट्रो के एमडी कुमार केशव की नजर बार बार डेडलाइन वाच की तरफ उठती है। जिसमें अब सिर्फ 64 दिन का समय बचा है।

-आखिर उनके मन की उलझन छलक पड़ती है। वह कहते हैं, समय कम है, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि 64 दिनों के अन्दर लखनऊ वासी मेट्रो के सफ़र का आनंद ले सकें।

बहुत हैं काम

-कोशिश की जा रही है कि तेजी से काम हो। केडी सिंह स्टेडियम से मुन्शी पुलिया के 9.5 किलोमीटर के स्ट्रेच का काम प्राथमिकता पर है।

-इसके लिए एल एंड टी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है।

-इसमें 3.8 किलोमीटर का अंडरग्राउंड काम होना है।

-लेकिन इस पैच में काम कहां से शुरू हो, इसका फैसला होना बाकी है।

-इसे पूरा करने की डेडलाइन 30 अक्टूबर है।

स्पेशल स्पैन का कंस्ट्रक्शन

-लखनऊ मेट्रो के डीपीआर में तीन स्पेशल स्पैन बनाने का प्रस्ताव है।

-योजना के अनुसार होटल क्लार्क्स अवध की ओर से हनुमान मंदिर की ओर गोमती नदी के ऊपर एक ब्रिज का निर्माण होना है।

-इस ब्रिज से होकर ही मेट्रो हनुमान मंदिर की ओर जाएगी।

-इसके अलावा दूसरा स्पैन आईटी चौराहे पर बनाया जाएगा।

-केशव ने बताया कि इसके मोड़ बहुत शार्प रखने हैं, ताकि मेट्रो को टर्न करने में दिक्कत ना हो।

-तीसरा स्पैन बादशाहनगर रेलवे क्रासिंग पर बनना है, जहां मेट्रो ऊपर से होकर जाएगी।

-मेट्रो एमडी कुमार केशव ने कहा कि ये तीनो स्पैन बनाने जरूरी हैं और यह चैलेंजिंग टास्क है।

अभी तो जमीन भी नहीं

-लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने बताया कि मेट्रो के लिए अभी थोड़ी जमीन की जरूरत पड़ेगी।

-फिलहाल जमीन के चयन की प्रक्रिया चल रही है।

-चयन होने के बाद अगले हफ्ते तक इसकी मांग राज्य सरकार को भेज दी जाएगी।

-इसमें बीरबल साहनी रिसर्च संस्थान की जमीन, काल्विन ताल्लुकेदार की जमीन और मुन्शी पुलिया पर एक पार्क की जमीन सहित अन्य जमीनें शामिल हैं।

अधूरा है एयरपोर्ट पर काम

-प्रोजेक्ट के अनुसार एक मेट्रो स्टेशन एयरपोर्ट पर और दूसरा अमौसी में बनना था।

-अमौसी का स्टेशन पूरा होने के करीब है, लेकिन एयरपोर्ट स्टेशन का काम होना बाकी है।

-दरअसल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक क्वेरी मांगी थी कि एयरपोर्ट में ग्राउंड के ऊपर मेट्रो स्टेशन कैसा दिखेगा? उन्होंने इसका थ्री डी प्रेजेंटेशन मांगा था।

-इस क्वेरी पर अथॉरिटी को प्रेजेंटेशन उपलब्ध करवा दिया गया है। अभी अथॉरिटी ने अपनी मंजूरी नहीं दी है, लेकिन यहां जल्द काम शुरू होने की उम्मीद है।

-मेट्रो की स्वचालित सीढियां यानि एस्केलेटर मुंबई तक आ गए हैं। लेकिन अभी उन्हें लखनऊ नहीं लाया जा सका है। इसकी व्यवस्था की जा रही है।

...और कानपुर मेट्रो भी

-4 अक्टूबर को कानपूर मेट्रो का भी शिलान्यास होने जा रहा है। इसमें एलएमआरसी एडवाइजर की भूमिका निभाएगा। इससे उसकी व्यस्तता बढ़ जाएगी।

-इसका शिलान्यास करने के लिए अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टर वेंकैया नायडू 4 अक्टूबर को कानपुर आएंगे।

-कानपुर मेट्रो का कास्टिंग यार्ड गुरुद्वारा चौराहे के पास पॉलीटेक्निक में बनाया गया है।

-ऐसे में, लगभग एक महीने में लखनऊ मेट्रो को हरी झंडी दिखाने काम काम चुनौती भरा है।

आगे स्लाइड्स में देखिए कुछ और फोटोज...

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