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Lucknow Nagar Nigam Ward No.27: विक्रमादित्य वार्ड की गलियां व्यक्त कर रही दास्तां, आम जनता परेशान, जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं
Lucknow Nagar Nigam Ward No.27: स्थानिय लोगों ने बताया कि सिवेज सिस्टम इतना पुराना हो गया है कि अब इसको बदलना आवश्यक हो गया है।
Lucknow Nagar Nigam Ward No.27: नगर निकाय चुनाव के लगभग 5 साल पूरे हो चुके हैं। इन 5 सालों में लखनऊ नगर निगम के विभिन्न वार्डों में क्या प्रमुख विकास कार्य किए गए? स्वच्छता के लिए क्या कदम उठाए गए? वहां की जनता संतुष्ट है या नहीं। जैसे तमाम समस्याओं को जानने के लिए आज न्यूजट्रैक की टीम विक्रमादित्य वार्ड संख्या- 27 में गई जहां के लोगों ने सुनाई अपने वार्ड की बदहाली की दास्तां।
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि सिवेज सिस्टम इतना पुराना हो गया है कि अब इसको बदलना आवश्यक हो गया है। हर तरफ नालियां चोंक है। घरों के बाहर नालियां बजबजाती रहती हैं। गलियों की सड़कें टूटी हुई हैं। झाड़ू नहीं लगता है। पेयजल के लिए जो पानी की टंकी लगाई गई थी टूट गयी है, पार्षद से कई बार शिकायत की गयी लेकिन अभी तक ठीक नहीं कराया गया है। पानी की समस्या बनी रहती है। पानी सुबह एक घंटे के लिए और शाम में एक घंटे के लिए आता है। इसके अलावा यदि ट्यूबवेल खराब हो जाता है तो पूरे दिन पानी के लिए तरसना पड़ता है। न्यूज़ट्रैक की टीम को लोगों ने बताई समस्याएं-
पेयजल की समस्या
यहां के लोगों ने बताया कि पेयजल की बहुत समस्या है। एक टंकी है जो टूट गई है यदि कभी गलती से ट्यूबवेल खराब हो जाता है तो पानी के लिए तरसना पड़ता है। पार्षद से कई बार शिकायत की गई लेकिन पार्षद ने अभी तक कोई उचित कार्यवाही नहीं की। पानी सुबह एक घंटे के लिए और शाम में एक घंटे के लिए आता है। ऐसे में अगर टंकी में पानी नहीं रहता है तो अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
जलभराव की समस्या
अभी बरसात का समय भी चला गया फिर भी नालियां बजबजा रही है। नाली का पानी सड़कों पर फैल जाता है। आसपास रहने वालों व आने जाने वाले लोगों को बदबू का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि इसके लिए कई बार पार्षद और नगर निगम में शिकायत की गई लेकिन किसी ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की। नाली व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है हर तरफ नालियां खुली है, ऐसे में डेंगू का खतरा भी अधिक हो गया हैं।
कभी नहीं लगता झाड़ू
लोगों ने बताया कि यहां पर कभी कोई झाड़ू लगाने नहीं आता है, गलियां गंदी पड़ी हैं। गलियों में कुत्ते बैठे रहते हैं। गाय का गोबर गलियों में फैला रहता है। नालियों का पानी चकरोड पर आकर बजबजाने लगता है। वहां पर रहना तो दूर, निकलना भी दुर्भर हो जाता है। लोगों ने पार्षद को कई बार शिकायत की और उन्होने देखा भी लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
खेलने के लिए पार्क व ग्राउंड की नहीं है
विक्रमादित्य वार्ड में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर पार्क की व्यवस्था नहीं है। जहां पर ग्राउण्ड है वहां पर लोग कूंड़े फेक देते हैं, ऐसी स्थिति में वहां बच्चे नहीं खेल सकते। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या है कि बच्चे खेलें तो कहां खेलें। लोगों ने बताया कि हमें खेलने के लिए दूर रिवरफ्रंट जाना पड़ता है। जहां रोज जा पाना संभव नहीं है क्योंकि ये घर से काफी दूर है।
ये कहा स्थानीय लोगों ने
सफाई के लिए कोई नहीं आता। हर तरफ गलियों में गंदगी फैली है। नालियां चोक रहती हैं। इसके लिए कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।–सोनू जियामऊ विक्रमातीर्थ वार्ड
वार्ड में कुछ जगहों पर पानी की समस्या है। टंकियां टूटी हैं। पानी स्टोर नहीं हो पाता। सुबह एक घंटे के लिए पानी आता है और शाम को एक घंटे। इस स्थिति में टंकी मे पानी न होने से लोगों को अनेक समस्याएं होती हैं।–लकी जियामऊ विक्रमातीर्थ वार्ड
जियामऊ में कई गलियां हैं। गलियों की सड़कें जर्जर हो गई हैं। नालियां खुली बजबजाती रहती हैं। जिससे डेंगू का भी डर लगा रहता है। बच्चों के लिए बाहर खेलने के लिए कोई जगह नहीं है।–पीयूष जियामऊ विक्रमातीर्थ वार्ड
मुख्य रूप से यहां साफ-सफाई की समस्या है। नालियों की नियमित सफाई नहीं होती। जिससे चोक होकर गंदा पानी भर जाता है। बदबू के साथ डेंगू का भी खतरा बना रहता है।–सागर जियामऊ विक्रमातीर्थ वार्ड
स्वचछता के लिए कुछ नहीं किया गया। तमाम शिकायतें की लेकिन कोई कोर्यवाही नहीं हुई। पार्षद पैसा कमाने में लगा है। यहां कई ऐसे कार्य हैं जहां से भ्रष्टाचार की बू आती है।– सुरेश गुप्ता व्यवसायी विक्रमातीर्थ वार्ड