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Lucknow Nagar Nigam Ward No.44: लखनऊ जगदीश चंद्र बोस वार्ड के पार्षद सैयद यावर हुसैन रेशू, लागू होना चाहिए 74 वाँ संविधान संशोधन

Lucknow Nagar Nigam Ward No.44 Parshad: टीम लखनऊ नगर निगम के जगदीश चंद्र बोस वार्ड में पहुंची। वार्ड के पार्षद और Newstrack के साथ बातचीत की जानकारी आपके साथ साझा की जा रही हैं।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 15 Oct 2022 7:40 PM IST
Lucknow nagar nigam ward number 44 Jagdish Chandra Bose ward sp Parshad Syed Yawar Hussain Reshu
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Lucknow nagar nigam ward number 44 Jagdish Chandra Bose ward sp Parshad Syed Yawar Hussain Reshu

Lucknow Nagar Nigam Ward No.44 Parshad: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की रणभेरी किसी भी वक्त बज सकती है। वर्तमान में जारी नगर निकायों के पांच साल का कार्यकाल इसी साल दिसम्बर के अंत में पूरा हो रहा है। उसके पहले चुनाव होने हैं। शासन की माने तो नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना अक्टूबर या नवंबर माह में जारी हो सकती है। वहीं सभी दल के प्रत्याशी अपने स्तर से चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।

Newstrack की टीम उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव के स्थितियों का जायजा ले रही है।अब तक आपके जनप्रतिनिधि ने आपके वार्ड में कौन-कौन से कार्य किए और अभी तक कितने काम अधूरे हैं ? इन सारी चीजों की जानकारी आपको Newstrack देगा, जिसके आधार पर आप उन्हें अपना वोट दे सकते हैं। इसी बीच टीम लखनऊ नगर निगम के जगदीश चंद्र बोस

वार्ड में पहुंची। वार्ड के पार्षद और Newstrack के साथ बातचीत की जानकारी आपके साथ साझा की जा रही हैं।

प्रश्न- राजनीति में आने का पहला विचार आपके मन में कब आया ?

उत्तर- राजनीति में आने का फैसला सन 1998 में किया। इसी समय पार्षद पद के लिए चुनाव भी लड़ा। जिसके बाद इसमें सफलता भी मिली। तभी से वर्तमान समय तक इस पद पर विराजमान हूं। यानी पांच बार से लगातार इस पद पर बना हुआ हूं।

प्रश्न- इस क्षेत्र में आने के बाद आपको किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा ?

उत्तर- जब मैं इस क्षेत्र में आया तो बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ा। जैसे कि क्षेत्र में नाली, खड़ंजा, सीवर आदि मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। इनको पूरा करने में काफी बाधाएं आई।

प्रश्न-आप अपना आदर्श किसे मानते हैं ?

उत्तर- मैं अपना प्रेरणास्रोत स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव जी को मानता हूं।

प्रश्न- क्या आप जिस कार्य के लिए राजनीति में आये थे, वह कार्य सुचारू रूप से कर पा रहे हैं ?

उत्तर- जी, मैं जिस उद्देश्य से राजनीति में आया था वह कार्य बेहतर ढंग से कर रहा हूं।

प्रश्न- आप ने अभी तक अपने वार्ड में कौन-कौन से कार्य किए हैं ?

उत्तर- पिछले 5 वर्षों में अभी तक वार्ड में सड़क, चौराहा, संपर्क मार्ग, समरसेबल, तीन बड़ी बोरिंग और पार्क का निर्माण कराया है। इसके साथ ही वार्ड में विकास कार्य अभी जारी है।

प्रश्न- आप अपने वार्ड को स्वच्छ रखने के लिए कौन-कौन से कार्य किए हैं ?

उत्तर- वार्ड को स्वच्छ रखने के लिए वार्ड में नियमित तौर से सफाई होती रहती है। इसके अलावा क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए निरंतर कर्मचारी कार्य करते रहते है। समय-समय पर पब्लिक को इसके लिए जागरूक किया जाता है।

प्रश्न- एक जनप्रतिनिधि के रूप में आप पब्लिक से कितना बातचीत करते हैं ?

उत्तर- एक सभासद के रूप में मैं जनता से बातचीत करने के लिए शाम 6:00 बजे से रात्रि के 9:00 बजे तक अपने कार्यालय पर बैठता हूं। इस दौरान उनकी समस्याओं को सुनता हूं और उनका समाधान करता हूं।

प्रश्न- क्या आप इस पद पर रहते हुए अपने कार्य को उचित रूप से कर रहे हैं या किसी अन्य पद की जरूरत है ?

उत्तर- मैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन इस पद पर रहते हुए उचित तरीके से कर रहा हूं। लेकिन जब गवर्नमेंट बदलती है तो बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में इस सरकार के द्वारा अभी तक नगर निगम को पिछले 4 वर्षों में कोई फंड नहीं दिया गया। जिससे नगर निगम के कार्य रूके हुए हैं। इससे स्थानीय निकाय के कार्य भी बाधित हुए।

प्रश्न- क्या आप वर्तमान राजनीति से संतुष्ट हैं ?

उत्तर- वर्तमान राजनीति से मैं बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं। क्योंकि एक तरफ जहां देश में स्वच्छता अभियान चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लखनऊ नगर निगम में कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा रही है। वर्तमान समय में नगर निगम से 3 हजार कर्मचारियों को हटा दिया गया है। जिससे सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। जिसका नतीजा यह हुआ कि लखनऊ स्वच्छता रैंकिंग में बारहवें स्थान से फिसल कर 30वें स्थान पर पहुंच गया।

प्रश्न- आपके नजरिए से राजनीति में कैसा बदलाव होना चाहिए ?

उत्तर- मेरे हिसाब से इस क्षेत्र में यह बदलाव होना चाहिए कि नगर निगम में 74वां संविधान संशोधन लागू कर देना चाहिए। जिससे नगर निगम स्वायत संस्था के रूप में स्थापित हो सके।



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Durgesh Sharma

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