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Lucknow Nagar Nigam Ward No.82: लखनऊ शीतला देवी वार्ड की पार्षद साधना वर्मा, कच्चे शिव मंदिर को पक्का करवाना सबसे अहम काम रहा
Lucknow Nagar Nigam Ward No.82 Parshad: हमारे द्वारा किए गए सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में खत्री हाउस के सामने स्थित कच्चे शिव जी के मंदिर को पक्का करवाया है
Lucknow Nagar Nigam Ward No.82 Parshad: बड़ी से बड़ी योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए नगर निकाय चुनाव में चुने गए पार्षदों का अहम रोल होता है। नगर निकाय चुनाव को लगभग 5 साल हो गए है। पार्षदों द्वारा अपने क्षेत्र में क्या विकास कार्य किया गया? स्वच्छता के लिए क्या कदम उठाए गए? उनका राजनीतिक अनुभव कैसा रहा? उनके राजनीतिक प्रेरणा कौन हैं? जैसे तमाम विषयों पर बात करने के क्रम में Newstrack की टीम शीतला देवी वार्ड संख्या 82 में पहुंचा। यहाँ की पार्षद से हमारे रिपोर्टर द्वारा की गई बातचीत के कुछ अंश-
प्रश्न- राजनीति में आने का पहला विचार कब और किन परिस्थितियों में आया?
उत्तर- मेरे अंदर राजनीतिक गुण बचपन से ही था। मैंने छात्र जीवन में ही 1977 में हुए किसान आंदोलन में टीचर के फेवर में हड़ताल कराया। इंदिरा गांधी ने जब इमरजेंसी लागू कर दिया था उस समय भी मैंने उनके विरोध में आंदोलन किया। इसके बाद 1986 में भाजपा में शामिल हुई।भाजपा के एक विश्वसनीय कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने लगी और वर्तमान में पार्षद हूं।
प्रश्न- राजनीति में आने के बाद प्रारंभिक कठिनाइयां क्या रहीं?
उत्तर- प्रारंभिक कठिनाइयां तो कोई नहीं रही । क्योंकि मैंने समाज सेवा करते हुए राजनीति में कदम रखा। बहुत ज्यादा गोल लेकर नहीं चली ।जितना भी हो सकता है उतना लोगों सेवा करती हूं।
प्रश्न- आप के राजनीति प्रेरणा स्रोत कौन हैं?
उत्तर हमारे राजनीतिक प्रेरणा स्रोत अटल बिहारी बाजपेई हैं।
प्रश्न- जिस कार्य के लिए आप राजनीति में आई थीं, क्या वह कार्य कर पा रही हैं?
उत्तर- करना तो बहुत कुछ चाहती हूं । लेकिन परिस्थितियां वैसी होनी चाहिए। अभी नगर निगम में जैसे कार्य कर रही हूँ। उसकी वजह से मैंने जैसा सोचा था वैसा कार्य नहीं कर पा रही हूं। ज्यादातर रुकावटें अधिकारियों द्वारा लगाई जाती हैं। इस प्रकार अभी हमारी कुछ इच्छा अधूरी है और कुछ पूरी हो चुकी हैं। इसके लिए कभी-कभी कुंठा होती है कि मैं जनता के लिए जो करना चाह रही थी । लेकिन नहीं कर पाई लेकिन फिर संतोष करना पड़ता है।
प्रश्न- नगर निकाय चुनाव के लगभग 5 साल पूरे हो चुके इन 5 सालों में आपने अपने वार्ड में क्या प्रमुख कार्य किए हैं?
उत्तर- हमारे यहां जितनी कच्ची गलियां थीं, सबको पक्का करवा दिया। कई समरसेबल लगवाए। सड़के बनवाईं।इसके अलावा जल निकासी के लिए कई कार्य किए । जहां पर लाइटिंग की सुविधा नहीं थी, लाइटिंग के लिए कार्य किये। ऐसे ही तमाम कई काम किया है इन 5 सालों में।
प्रश्न- आपके दृष्टिकोण से आपने इन 5 सालों में सबसे महत्वपूर्ण कौन से कार्य किए हैं?
उत्तर- हमारे द्वारा किए गए सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में खत्री हाउस के सामने स्थित कच्चे शिव जी के मंदिर को पक्का करवाया है।
प्रश्न- अभी कोई कार्य अधूरा है जिसे आप करना चाह रही थीं। लेकिन नहीं कर पाई यदि आगे मौका मिलता है, तो प्राथमिकता के आधार पर करना चाहेंगी?
उत्तर- शीतला देवी मंदिर के प्रमुख द्वार का निर्माण कार्य करवाना चाह रही थी। यदि मौका मिलता है तो इसे अवश्य करना चाहूंगी।
प्रश्न- एक जनप्रतिधि के रूप में जनता के साथ तालमेल बेहद आवश्यक है, इसके लिए आप क्या करती हैं?
उत्तर- जनता के साथ तालमेल के लिए मैं उनसे ज्यादातर संवाद करती हूं, ऑफिस में बैठती हूं, क्षेत्र में आयोजित होने वाली समस्त कार्यक्रम में शामिल होती हूं। इसके अलावा संचार के माध्यम से जुड़ती हूं। जनता के साथ जुड़ने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है ईमानदार होना । मैं कभी भी किसी गलत कार्य के लिए साइन नहीं करती हूं ना तो अनुमति देती । अपनी तरफ से यह भले ही किसी को अटपटा लगे लेकिन मैं करती हूं।
प्रश्न- आप पार्षद पद से संतुष्ट हैं या किसी अन्य पद के लिए भी इच्छुक है?
उत्तर- पार्षद पद तो ठीक है । लेकिन आगे बढ़ना तो हर कोई चाहता है। महत्वाकांक्षा का ही दूसरा नाम राजनीति है। यदि संगठन किसी दायित्व को सौंपती है तो मैं उसके निर्वहन के लिए तैयार हूं। मैंने कभी भी पार्टी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा। पार्षद पद के लिए भी पार्टी ने हमें योग्य समझा, मैंने उसके लिए किसी से आग्रह नहीं किया था।
प्रश्न- क्या आप वर्तमान राजनीति से संतुष्ट हैं?
उत्तर- वर्तमान राजनीति में 40 से 60 प्रतिशत संतुष्ट हूं। मैं भाजपा की पुरानी कार्यकत्री हूं। पहले जो भाजपा में एक परिवार वाला माहौल रहता था अब वह नहीं रहा। अभी पार्टी में तालमेल की कमी है। लोग आपाधापी में ज्यादा लगे हुए हैं।
प्रश्न- यदि आपको मौका मिले तो आप राजनीति में कैसा बदलाव करना चाहेंगी?
उत्तर- इस समय मोदी और योगी की जो भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति की कामना है उसी को आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहती हूं।