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Lucknow News: चित्रकारों ने हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव का चित्र बनाकर दी श्रद्धांजलि
Lucknow News: राजू श्रीवास्तव भी एक ऐसे ही कलाकार थे जिन्होंने अपनी कला से आम आदमी के बीच ,आम लोगों के ज़ुबान पर अपने नाम के साथ अपने आपको स्थापित किया
Lucknow News Today: "हंसाने वाला, आज रुला के चला गया !! " एक कलाकार सदैव दुनिया को देकर ही जाता है। उसका सम्पूर्ण जीवन कलात्मक अभियक्ति के माध्यम से लोगों के साथ जुड़ा रहता है। कलाकार का दुनिया से जाना वाकई लोगों को कमी का एहसास कराता है, लेकिन कलाकार अपनी अभिव्यक्ति के माध्यम से चिरकाल तक जीवित रहते है। मैंने कई बार जिक्र किया है कि " कलाकार कभी नहीं मरते" वे लोगों के बीच सदैव उपस्थित रहते हैं और लोग उनके कलात्मक अभिव्यक्ति से उन्हें अपने स्मृतियों में रखे रहते हैं। राजू श्रीवास्तव भी एक ऐसे ही कलाकार थे जिन्होंने अपनी कला से आम आदमी के बीच ,आम लोगों के ज़ुबान पर अपने नाम के साथ अपने आपको स्थापित किया।
चित्रकार भूपेंद्र अस्थाना ने बताया की सप्रेम संस्थान कला और कलाकारों के लिए पिछले तीन वर्षों से अनेकों कार्यक्रम करता आ रहा। लगातार कलाकारों को याद करता रहता है साथ ही उनके जीवन पर कार्यक्रमों का भी आयोजन करता रहा है। इसी श्रंखला में पिछले दिनों प्रसिद्ध हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव के निधन से जहाँ पूरा देश शोकग्रस्त है, लोग अपने अपने भावों के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं वहीँ सप्रेम संस्थान ने भी शहर के कलाकारों के साथ राजू श्रीवास्तव के व्यक्ति चित्र बनाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। चित्रकारों में निरंकार रस्तोगी, धर्मराज अंश ,अश्वनी प्रजापति ,सिद्धार्थ देव ,फौजदार कुमार और राज द्विवेदी ने अपने अपने माध्यम में स्केच बनाये। यह सभी स्केच चित्रकारों ने अपने अपने स्टूडियों में बनाया।
अस्थाना ने बताया कि जहाँ आज के समय में लोगों के जीवन से सभी रसों कि एक प्रकार से समाप्ति हो गयी है वहीं लोग हास्य रस के कमी को पूरा करने वाले अपने अंदाज़ में माहिर कलाकार राजू श्रीवास्तव को सदैव याद करते रहेंगे। विभिन्न माध्यमों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजू श्रीवास्तव (25 दिसम्बर 1963 - 21 सितम्बर 2022 ) भारत के प्रसिद्ध हास्य कलाकार थे वह मुख्यत: आमआदमी और रोज़मर्रा की छोटी छोटी घटनाओं पे व्यंग सुनाने के लिए जाने जाते थे । श्रीवास्तव 1993 से हास्य की दुनिया में काम कर रहे थे।
उन्होंने कल्यानजी आनंदजी, बप्पी लाहिड़ी एवं नितिन मुकेश जैसे कलाकारों के साथ भारत व विदेश में काम किया। वह अपनी कुशल मिमिक्री के लिए जाने जाते थे। उनको असली सफलता ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज से मिली। इस शो में अपने कमाल के प्रदर्शन की बदौलत वह घर-घर में सबकी जुबान पर आ गए। फिल्म - राजू श्रीवास्तव ने स्टेज शो, धारावाहिक शक्तिमान, बिग बॉस ३, ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के अलावा कई फिल्मों जैसे 1988 में तेज़ाब, 1989 में मैंने प्यार किया, 1993 मे बाज़ीगर, 1994 अभय,2001 में आमदनी अठन्नी खर्चा रुपइया, 2002 में वाह! तेरा क्या कहना ,2003 में मैं प्रेम की दीवानी हूँ, 2006 में - विद्यार्थी: द पावर ऑफ स्टूडेंट्स, 2007 में - बिग ब्रदर तथा बॉम्बे टू गोवा, 2010 में भावनाओं को समझो, बारूद: द फायर - अ लव स्टोरी', 2017 में - टॉयलेट: एक प्रेम कथा और फिरंगी मे अभिनय से भी प्रभावित किया।