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Lucknow News: उत्तर प्रदेश स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में कोर्सेस कराए जाने के लिए होंगी भर्तियां

Institute of Forensic Science Courses: डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सेस शुरू किये जाने की रूपरेखा तैयार की गयी है। इस संस्थान के लिये मंजूर किये गये पदो की नियमानुसार भर्ती की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू की जायेगी।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Shraddha
Published on: 29 Nov 2021 4:33 PM GMT
इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में कोर्सेस कराए जाने के लिए होंगी भर्तियां
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इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में कोर्सेस कराए जाने के लिए होंगी भर्तियां(कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

Institute of Forensic Science Courses: इंस्टीटीयूट ऑफ फारेंसिक साइसेंस (Institute of Forensic Science) द्वारा आगामी जून-जुलाई मास से डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सेस (Diploma and Certificate Courses) शुरू किये जाने की रूपरेखा तैयार की गयी है। इस संस्थान के लिये मंजूर किये गये पदो की नियमानुसार भर्ती की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू की जायेगी। उल्लेखनीय है कि शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग के कुल 131 पदों का सृजन शासन द्वारा किया जा चुका है।

इन पदों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर तथा सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्तियां की जायेगी। इनमे से जरूरी पदों को जल्द भरे जाने की कार्यवाही शुरू हो गई है। गर्वनिंग बॉडी की दूसरी बैठक (Governing Body Second Meeting) आगामी 10 दिसम्बर को प्रस्तावित की गयी है।

यह निर्णय उत्तर प्रदेश इंस्टीटयूट ऑफ फारेंन्सिक साइंसेस लखनऊ के लिए गठित सोसायटी के बोर्ड ऑफ गवर्निंग बॉडी की अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी (Avnish Kumar Awasthi) की अध्यक्षता में आज लोक भवन में सम्पन्न पहली बैठक में लिया गया है।

उत्तर प्रदेश इंस्टीटयूट ऑफ फारेंन्सिक साइंसेस लखनऊ के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग की योग्यता व चयन आदि के लिये नेशनल फारेन्सिक साइंस यूनिवर्सिटी के मानक एवं राज्य सरकार के नियमों के परिपेक्ष्य में इस संवर्ग की नियमावली अलग से बनायी जा रही है। प्रस्तावित नियमावली का ड्राफ्ट उपलब्ध कराये जाने के एक उच्चस्तरीय कमेटी बनायी गयी है।

गर्वनिंग बॉडी में फोरेंसिक क्षेत्र के तीन विशेषज्ञ नामित किये जाने के लिये एनएफएसयू से अनुरोध किये जाने के निर्देश दिये गये है। इस संस्थान में डिप्टी डायरेक्टर के पदो को आईपीएस अधिकारियों से भरे जाने के स्थान पर फारेसिंक क्षेत्र के अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों की तैनाती किये जाने का निर्णय लिया गया है।

उल्लेखनीय है कि एकेटीयू द्वारा संस्थान को 200 करोड़ रूपये बिना ब्याज के दिये जाने के पूर्व में किये गये समझौते के तहत 50 करोड़ रूपये की धनराशि कार्यदायी संस्था को उपलब्ध करायी गयी है। संस्थान के भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। बैठक में उ0प्र0 इंस्टीटयूट ऑफ फारेंन्सिक साइंसेज लखनऊ सोसायटी के प्रथम बाईलॉज 2021 में प्रस्तावित संसोधनों पर भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया।

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