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Lucknow: SNA में सुर ताल ने बांधा समां, जज अशोक गुप्ता बोले, 'शास्त्रीय संगीत में मिलावट नहीं करनी चाहिए'

Lucknow News: SNA में जज अशोक गुप्ता बोले- 'शास्त्रीय संगीत में मिलावट नहीं करते हैं, शास्त्रीय संगीत में जब कोई मिलावट करता है, तो वह संगीत जख्मी करता है।

Shashwat Mishra
Published on: 30 April 2022 5:10 PM GMT
In SNA, the melody was tied, Judge Ashok Gupta said - Classical music should not be adulterated
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 फोटो: लखनऊ संगीत नाटक अकादमी 

Lucknow:'शास्त्रीय संगीत में मिलावट नहीं करते हैं, शास्त्रीय संगीत में जब कोई मिलावट करता है, तो वह संगीत जख्मी करता है। वास्तविक शास्त्रीय संगीत (classical music) दिल को छूता है। यह ईश्वर से जोड़ने का कार्य करता है। 'ये बातें शनिवार को संगीत नाटक अकादमी (Sangeet natak academy) परिसर स्थिति बाल्मीकि रंगशाला में न्यायमूर्ति अशोक कुमार गुप्ता ने, वरिष्ठ रंगकर्मी स्व.निखिल श्रीवास्वत की स्मृति में आयोजित संगीत संध्या का शुभारंभ करते हुये कही।

सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था श्रद्धा मानव सेवा कल्याण समिति एवं इंडियन बैंक लखनऊ (Indian Bank Lucknow) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित संध्या में अध्यक्ष राज्य उपभोक्ता संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश के न्यायमूर्ति गुप्ता ने कहा कि "स्व.निखिल कुमार श्रीवास्तव का व्यक्तित्व अच्छा था, युवाओं को उनके जैसा सौम्य व मृदुभाषी होना चाहिये।"

भजन व शास्त्रीय संगीत से समां बांध दिया

संगीत की शुरुआत मनु राय ने भजन व शास्त्रीय संगीत से की। इसके बाद नमन सिंह ने उस्ताद गुलाम अली की गजल' 'शाम से आज सांस भारी है बेकरारी बेकरारी है' को आवाज देकर मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद लखनऊ की जूही पाण्डेय ने 'ओ गिरधारी, आजा रे मुरारी, बाट तकू मै सांझ सकारे' और 'आईने से कब तलक तुम अपना दिल बहलाओगे, आयेंगे जबजब अंधेरे में खुद को तन्हा पाओगे...'गजल से समां बांध दिया। इसके अलावा विख्यात कलाकार एवं बनारस घरानें की शान पंडित धर्म नाथ मिश्र ने साधो रचना राम बनाई, जो विनसे वह अस्थिर माने.. जगत में झूठी देखी प्रीत.. व समापन दादरा, हमारी अटरिया पर आजा सावंरिया, देखा देखी तनिक हो जाये से किया।


तीन ताल में एकल तबला वादन का प्रस्तुतिकरण

मंच पर सेवानिवृत बैंक प्रबंधक और वरिष्ठ कलाकार आलोक कुमार पाण्डेय ने तीन ताल में एकल तबला वादन प्रस्तुत किया। भातखंडे म्यूजिक कॉलेज की डॉ. सीमा भारद्वाज ने गजल प्रस्तुति दी। मंच पर अरुण कुमार भट्ट ने तबला संगत दी। संस्था की अध्यक्षा अचला बोस ने अतिथियों, कलाकारों और गुणी श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में इंडियन बैंक के अनेक उच्चाधिकारी और उनका परिवार उपस्थित रहा।

Shashi kant gautam

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