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Lucknow News: अब चिड़ियाघर में नहीं दिखेगा 'जैसन', कल रात हुई मृत्यु, मादा चिम्पांजी 'निकिथा' गुमसुम

Lucknow News: राजधानी के नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में बीते 15 सालों से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले 'जैसन' चिम्पांजी की मृत्यु हो गई।

Shashwat Mishra
Published on: 20 July 2022 12:05 PM GMT
Lucknow News In Hindi
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नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल पार्क में नर चिंपैंजी जेसन की मौत। 

Lucknow News: राजधानी के नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Park) में बीते 15 सालों से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले 'जैसन' चिम्पांजी की मृत्यु हो गई। सोमवार सुबह लगभग 11:30 बजे जैसन के कीपरों द्वारा प्राणि उद्यान के पशु चिकित्सकों को सूचना दी गई कि नर चिम्पांजी सामान्य रूप से भोजन नहीं ले रहा है और बार-बार लेटा जा रहा है।

इसके बाद, पशु चिकित्सकों द्वारा तत्काल चिम्पांजी का निरीक्षण किया गया एवं उन्होंने पाया कि चिम्पांजी ज्यादा अस्वस्थ है। जिसकी सूचना प्राणि उद्यान के निदेशक को देते हुए तत्काल बरेली के आईवीआरआई के विशेषज्ञ से सम्पर्क कर चिकित्सा परामर्श लिया गया। लेकिन, चिम्पांजी की अचानक गम्भीर हुई स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों को नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Park) बुलाये जाने हेतु अनुरोध पत्र ई-मेल किया गया। साथ ही, चिम्पांजी की सम्भव चिकित्सा, निगरानी एवं गहन देखभाल प्रारम्भ कर दी गई।


रात 11 बजे हुआ निधन

इस संबंध में निदेशक वीके मिश्रा (Director VK Mishra) ने पत्र जारी कर कहा कि देखभाल के दौरान ही रात्रि लगभग 08 बजे चिम्पांजी काफी निढाल एवं मूर्छित सा हो गया, तो उसे बाड़े से पशु चिकित्सालय में शिफ्ट कर उसकी चिकित्सा प्रारम्भ कर दी गयी। लेकिन, रात्रि लगभग 11 बजे नर चिम्पांजी जैसन का निधन (Male chimpanzee Jason dies) हो गया। मंगलवार को पशु चिकित्सकों के पैनल द्वारा चिम्पांजी का शव विच्छेदन किया गया। मृत्यु का कारण अधिक आयु के साथ-साथ शरीर के विभिन्न अंगों में आसामान्य क्षति भी पायी गयी। विस्तृत जाँच रिपोर्ट हेतु अंगों को आईवीआरआई भेजा गया है।


मादा चिम्पांजी 'निकिथा' गुमसुम

गौरतलब है कि नर चिम्पांजी जैसन (Male chimpanzee Jason dies) लगभग 20 वर्ष की आयु में 2007 में मैसूर चिड़ियाघर से अपनी संगिनी मादा चिम्पांजी 'निकिथा' के साथ लखनऊ प्राणि उद्यान लाया गया था। चिम्पांजियों के विनिमय में लखनऊ प्राणि उद्यान से एक मादा जिराफ 'खुशी', एक नर जेब्रा व एक जोड़ा सारस दिये गये थे। प्राणि उद्यान के अधिकारी एवं कर्मचारी 'जैसन' चिम्पांजी के अचानक चले जाने से अत्यन्त दुखी है। सुबह अधिकारी एवं कर्मचारियों ने "जैसन को भारी मन से अन्तिम विदाई दी और पुष्प एवं माला अर्पण करके भावभीनी श्रृद्धांजलि दी। मादा चिम्पांजी "निकिथा" भी अपनी अधिक आयु में अपने साथी के बिछड़ जाने के कारण गुमसुम सी है।

Deepak Kumar

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