Lucknow: सरकारी संपत्ति को भी नहीं छोड़ रहे भूमाफिया, नगर निगम की करोड़ों की जमीन कब्जाई, चला बुलडोजर

Lucknow: मंगलवार को नगर निगम, तहसील कर्मचारियों के साथ स्थानीय पुलिस के सहयोग से 23780 वर्गफुट भूमि पर किये गये अवैध कब्जों हटा दिया गया।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 26 July 2022 1:43 PM GMT (Updated on: 26 July 2022 1:46 PM GMT)
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Lucknow: राजधानी में भूमाफिया (Land Mafia In Lucknow) की नजर से शायद ही कोई जमीन अछूती हो, वह आम इंसान की जमीन को हड़पने जुगत में हमेशा रहते हैं, लेकिन खाली पड़ी सरकारी जमीनों पर भी उनकी निगाहें गड़ी रहती हैं। ऐसा ही एक मामला लखनऊ के मोहनलालगंज तहसील (Mohanlalganj Tehsil of Lucknow) में सामने आया है। जहां नगर निगम की परती पड़ी जमीन को एक बिल्डर ने कब्जा लिया और उसमें प्लाटिंग करनी भी शुरू कर दिया है। जब इस बात की खबर नगर निगम के अधिकारियों को चली तो उन्होंने 21 जुलाई को नोटिस भेजा। लेकिन बिल्डर की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद नगर निगम की कब्जाई गई जमीन को खाली कराने के लिए बुलडोजर पहुंचा।

मे. शुभारम्भ इन्फ्राटेक प्रा. लि. ने किया कब्जा

नगर निगम की जिस जमीन पर कब्जा किया गया है वह मोहनलालगंज तहसील (Mohanlalganj Tehsil of Lucknow) के ग्राम पुरसेनी में है। जो खसरा संख्या-1103/0.1320 हे. और 1104/0.0890 हे. राजस्व अभिलेखों में नवीन परती दर्ज है। इसी परती पड़ी जमीन पर मे. शुभारम्भ इन्फ्राटेक प्रा.लि. (M. Shubhaarambh Infratech Pvt. Ltd.) के मालिक की नजर पड़ी तो उन्होंने इस पर अवैध कब्जा कर यहां रोड और 14 प्लाट की बाउंड्रीवाल भी दिया।

निगम की करोड़ों की संपत्ति पर जब अवैध प्लाटिंग की सूचना अधिकारियों को मिली तो उन्होंने तहसील के अफसरों से बात कर इसे ढहाने का निर्णय लिया। लेकिन उससे पहले निगम की ओर से मे. शुभारम्भ इन्फ्राटेक प्रा०लि० को स्वतः अवैध कब्जा हटाने के लिए 21 जुलाई 2022 को नोटिस भी भेजी गई थी। लेकिन उस नोटिस का कोई असर नहीं हुआ और बिल्डर द्वारा न तो कोई उत्तर दिया गया और न ही अवैध कब्जा हटाया गया।

पुलिस के सहयोग से 23780 वर्गफुट भूमि पर किए गए अवैध कब्जा हटाया

इसके बाद मंगलवार को नगर निगम, तहसील कर्मचारियों के साथ स्थानीय पुलिस के सहयोग से 23780 वर्गफुट भूमि पर किये गये अवैध कब्जों हटा दिया गया। जो भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई गई है उसकी मार्केट में कीमत लगभग 03 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जमीन को मुक्त कराने के बाद अब मे. शुभारम्भ इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।

Deepak Kumar

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