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Lucknow: काकोरी कांड से जुड़ी स्मृतियों से नहीं होगी कोई छेड़छाड़, सुनिए- DRM एसके सपरा ने क्या कहा?

Lucknow: ऐतिहासिक काकोरी कांड की स्मृतियों से जुड़ी एक खबर मीडिया में तेजी से चल रही थी कि इस ट्रेन एक्शन जुड़ी स्मृतियों पर रेलवे का बुलडोजर चलेगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम एसके सपरा ने कहा कि आलमनगर स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 8 April 2022 5:18 PM IST (Updated on: 8 April 2022 8:20 PM IST)
kakori kand memories will be Railway bulldozed for development
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काकोरी कांड से जुड़ी स्मृतियों से नहीं होगी कोई छेड़छाड़। 

Lucknow: ऐतिहासिक काकोरी कांड की स्मृतियों से जुड़ी एक खबर मीडिया में तेजी से चल रही थी कि इस ट्रेन एक्शन जुड़ी स्मृतियों पर रेलवे का बुलडोजर चलेगा। जब newstrack.com ने इस खबर से संबंधित रेलवे के जिम्मेदार अफसरों से बात की तो सच्चाई सामने आ गई है। दरअसल 9 मार्च 1925 को हुए काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) के बारे में कहा जाता है कि हमारे क्रांतिकारी पंडित रामप्रसाद बिस्लिम, अशफाक उल्ला खां ने काकोरी स्टेशन से ही सहारनपुर पैसेंजर पर चढ़े थे। जैसे ही स्टेशन से ट्रेन थोड़ी आगे बढ़ी चैन पुलिंग करके उन्होंने अंग्रेजों के खजाने को लूट लिया था। आजादी की जंग लड़ रहे हमारे महान क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों की चूले हिला दी थी. इसके बाद अंग्रेज बौखला गए थे और करीब 2 साल बाद हमारे क्रांतिकारियों को फांसी पर लटका दिया गया था।

आलमनगर स्टेशन को विकसित करने का किया फैसला

अब जरा समझिए काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) का आलमनगर स्टेशन से जुड़ाव है। दरअसल, चारबाग रेलवे स्टेशन (Charbagh Railway Station) पर बढ़ते ट्रेनों को बोझ के बाद रेलवे ने आलमनगर स्टेशन (Alamnagar station) को विकसित करने का फैसला लिया। रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह (MP Rajnath Singh) ने भी इसकी घोषणा की थी। इसके बाद आलमनगर रेलवे स्टेशन (Alamnagar Railway Station) पर नई इमारत और दो नए प्लेटफॉर्म बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है।

इसे सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जाना है। करीब 35 करोड़ रुपये की लागत से इसका कायाकल्प किया जाना। मीडिया में खबर आई कि काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) से पहले हमारे क्रांतिकारियों ने अमीनाबाद से चलकर आलमनगर स्टेशन से टिकट खरीदा था और काकोरी पहुंचकर ट्रेन एक्शन को अंजाम देकर अंग्रेजों की नींव हिला दी थी। रेलवे प्रशासन का कहना है कि अगर यह सच है तो आलमनगर स्टेशन पर मौजूद स्मृतियों को संजो कर रखा जाएगा।

आलमनगर स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत

वहीं, जब उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल (Northern Railway Lucknow Division) के डीआरएम एसके सपरा (DRM SK Sapra) से इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था 'आलमनगर स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था। चारबाग रेलवे स्टेशन (Charbagh Railway Station) पर लोगों का और ट्रेनों का भारी दबाव है, उसको कम करने के लिए आलमनगर स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किये जाने का प्रस्ताव मिला है। उस प्रस्ताव के अनुसार एक स्टेशन भवन और दो प्लेटफॉर्म बनाए जाने हैं।

ट्रेन एक्शन से संबंधित किया गया एक संग्रहालय विकसित

इसके अलावा शहर से स्टेशन का जो कनेक्शन है उस रास्ते को भी चौड़ा किया जाना है, दो नए एफओवी भी वहां बनाए जाने हैं। जहां तक काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) से संबंधित सवाल है वहां अभी हाल ही में ट्रेन एक्शन से संबंधित एक संग्रहालय विकसित किया गया है। काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) से जुड़े जो तथ्य हैं स्टेशन पर भी दर्ज है। 9 अगस्त 1925 को काकोरी से सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन में हमारे तीन क्रांतिकारियों ने प्रवेश किया था। काकोरी से जैसे ट्रेन आगे बढ़ी कुछ दूर पर चैन पुलिंग करके इस ऐतिहासिक घटना को अंजाम दिया था।

ये जानकारी वहां के संग्रहालय में भी दर्ज है, इस तरह से डीआरएम सपरा ने बताया कि जो इतिहास में दर्ज है उसके मुताबिक क्रांतिकारी काकोरी स्टेशन से ट्रेन में चढ़े है ना कि आलमनगर से। हालांकि वह इसको पुख्ता नहीं करते हैं। उनका कहना है कि ये इतिहासकार अच्छे से बता सकते हैं। फिलहाल काकोरी स्टेशन पर और जो रिकॉर्ड में दर्ज है उसके मुताबिक हमारे कांतिकारी काकोरी स्टेशन से ट्रेन पर चढ़े थे।

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Deepak Kumar

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