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Lucknow News: प्रियंका गांधी ने यूपी के CM को लिखा पत्र, गेहूं की खरीद को लेकर उठाये ये सवाल
प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि गेहूं की खरीद में किसानों को बहुत परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई लेकिन अब क्रय केंद्रों पर ताला लटकता रहा।
Lucknow News: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर किसानों से गेहूं के खरीद की गारंटी सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने सीएम को भेजे गए पत्र में लिखा है कि उत्तोर प्रदेश के तमाम जिलों से मुझे लगातार सूचनाएं आ रहीं हैं किगेहूं की खरीद में किसानों को बहुत परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई लेकिन कोरोना महामारी के चलते क्रय केंद्रों पर ताला लटकता रहा। जैसे ही किसानों का गेहूं, क्रय केंद्रों पहुंचने लगा, उसी समय खरीद को कम करके आधा कर दिया गया।
अपना पत्र उन्हों ने ट्विटर पर पोस्टत करते किया है। उन्होंने ने योगी उत्तर प्रदेश की सरकार को गेहूं खरीद के सम्बन्ध में यह अवगत कराते हुए कहा कि गेहूं की खरीद में किसानों को बहुत परेशनियां उठानी पड़ रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यूपी में इस साल कुल उत्पादित गेहूं के मात्र 14% हिस्से की सरकारी खरीद हुई है। उन्होंने अपने पत्र में पंजाब और हरियाणा जैसे प्रदेशों का उदहारण देते हुए कहा कि इन प्रदेशों में गेहूं की सरकारी खरीद, कुल उत्पादन का 80 -85% तक होती है। जबकि उत्तर प्रदेश में 378 लाख मीट्रिक टन उत्पादित गेहूं के 14% हिस्से की ही सरकारी केंद्रों पर खरीद हुई है। बहुत सारे किसान अपना गेहूं नहीं बेच पाए हैं।
'हम अंतिम किसान तक गेहूं खरीद की सुविधा देंगे' की खुली पोल
उन्होंने कहा कि अब क्रय केन्द्रों पर किसानों के गेहूं खरीद में सरकारी आदेशों के चलते अफसर बहाना बना रहे हैं जिसके कारण किसानों को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रियंका गांधी ने किसानों से गेहूं खरीद से सम्बंधित किये गए सरकारी वादों "हम अंतिम किसान तक गेहूं खरीद की सुविधा देंगे" की याद दिलाते हुए कहा कि 'गांवों के क्रय केंद्र बंद हैं व किसानों से कम गेहूं खरीदा जा रहा है। किसानों को दूर मंडियों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, नमी के कारण गेहूं के सड़ने का खतरा है। इस स्थिति में किसान अपनी गाढ़ी पसीने की कमाई को औने पौने दाम पर बेचने को मजबूर होंगे।
किसान औने-पौने दामों में गेहूं बेचने के लिए मजबूर
उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी और महंगाई के चलते किसानों की हालत पहले से ख़राब है, ऐसे में उनकी फसल की खरीद न हो पाने या औने-पौने दामों में गेहूं बेचने के लिए मजबूर होने जैसी स्थिति किसानों की कमर तोड़ देगी। पत्र के अंत में प्रियंका ने तीन प्रमुख मांग की हैं। उन्होंतने मांग की है कि क्रय केंद्रों पर 15 जुलाई तक किसानों के गेहूं खरीद की गारंटी की जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखा है कि प्रत्येक क्रय केंद्र पर खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को अपना अनाज बेचने के लिए भटकना न पड़े। महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा है कि कई जिलों से इस तरह की खबरें आ रहीं हैं कि एक किसान से एक बार में अधिकतम 30 या 50 कुंतल गेहूं खरीदा जा रहा है। इससे किसान बहुत परेशान हैं। इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर किसानों से अधिकतम खरीद की जाए।