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Lucknow News: UGC के पूर्व चेयरमैन व BHU के पूर्व कुलपति प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह सीएम योगी के शिक्षा सलाहकार बने

Professor Dhirendra Pal Singh: प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह को सीएम योगी आदित्यनाथ का शिक्षा सलाहकार नमित किया गया है।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 21 Aug 2022 4:19 PM GMT (Updated on: 22 Aug 2022 1:31 AM GMT)
Lucknow News In Hindi
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प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह

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Professor Dhirendra Pal Singh: शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले और कई राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित व बनारस विश्वविद्यालय (Banaras University) समेत तीन यूनिवर्सिटी के कुलपति रह चुके प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह (Professor Dhirendra Pal Singh) को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का शिक्षा सलाहकार (education consultant) नमित किया गया है. धीरेंद्र पाल सिंह Professor Dhirendra Pal Singh) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy 2020) के कार्यान्वयन समिति के पदेन सदस्य भी रह चुके हैं. अब वह उत्तर प्रदेश में नई शिक्षा नीति (New Education Policy In UP) को लागू कराने में अहम भूमिका निभाएंगे. सीएम योगी के शिक्षा सलाहकार बनने के बाद अब यह कहा जा सकता है की प्रो डी.पी. सिंह यूपी की शिक्षा में बदलाव की नई अलख जलाने में अपनी योग्यता और कार्यानुभव का भरपूर इस्तेमाल कर इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य करेंगे.

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) प्रदेश में साक्षरता दर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. इसी क्रम में अब वह धीरेंद्र पाल सिंह (Professor Dhirendra Pal Singh) के जरिए यूपी में शिक्षा के स्तर को और ऊपर ले जाने के लिए कार्य करेंगे. वह प्राइमरी, बेसिक, माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ अब उच्च शिक्षा विभाग के कलेवर को भी बदलना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने धीरेंद्र पाल सिंह जैसे महान शिक्षाविद को अपने साथ जोड़ा है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Government) ने कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए हैं. बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह (Professor Dhirendra Pal Singh, former Vice Chancellor of BHU) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शिक्षा सलाहकार नामित किए जाने की जानकारी नियोजन विभाग के सचिव आलोक कुमार (Secretary Alok Kumar) की ओर से दी गई.

प्रो डी.पी. सिंह 2018 से 2021 तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी के चेयरमैन रह चुके हैं. लगभग 4 दशक के अपने कैरियर में उन्होंने भारतीय उच्च शिक्षा के कई अकादमिक संस्थाओं का नेतृत्व किया है. इसके साथ ही वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी, गौर विश्वविद्यालय सागर, मध्य प्रदेश और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में कुलपति के तौर पर कार्य कर चुके हैं. उन्होंने राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) निदेशक के रूप में भी कार्य किया है. प्रोफेसर डीपी सिंह को देश के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों और परियोजनाओं का भी लंबा अनुभव है.

इन पुरस्कारों से हो चुके हैं सम्मानित

पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार, दशक के पर्यावरणविद, पूर्वांचल पुरस्कार, भारत ज्योति पुरस्कार, यूपी रत्न पुरस्कार, आगरा विश्वविद्यालय गौरव श्री पुरस्कार, राजा बलवंत सिंह शिक्षा सम्मान, राष्ट्र निर्माता पुरस्कार जैसे कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं. प्रोफेसर डीपी सिंह केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की (सीएबीसी) भारतीय संस्कृति संबंध परिषद (आईसीसीआर) यूनेस्को के साथ सहयोग के लिए भारतीय राष्ट्रीय आयोग (आरयूएसए) तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की कार्यान्वयन समिति के पदेन सदस्य के रूप में भी कार्य किया है. इसके अलावा वह अध्यक्ष के रूप में यूजीसी के शासी परिषदों के अध्यक्ष के रूप में आठ अंतर विश्वविद्यालय केंद्रों का भी मार्गदर्शन कर चुके हैं.

Deepak Kumar

Deepak Kumar

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