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UP Politics : बसपा के 9 बागी विधायकों ने की अखिलेश यादव से मुलाक़ात, सपा बढ़ा रही अपना 'कुनबा'

बहुजन समाज पार्टी के 9 बागी विधायकों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की है। कयास लगाया जा रहा है कि ये 9 विधायक हाथी का साथ छोड़कर, सपा की साइकिल की सवारी करेंगे।

Shashwat Mishra
Reporter Shashwat MishraPublished By Shashi kant gautam
Published on: 15 Jun 2021 7:39 AM GMT (Updated on: 15 Jun 2021 7:57 AM GMT)
9 rebel MLAs of Bahujan Samaj Party have met Akhilesh Yadav
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मायावती -अखिलेश यादव: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया  

UP Politics : आगामी 2022 विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रदेश में राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई है। हर चुनाव से पहले कुछ नेताओं व विधायकों का पार्टी मोह ख़त्म होने लगता है और वह एक नए अवसर की तलाश में दूसरी पार्टियों का दामन थाम लेते हैं। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश में भी होने जा रहा है। जहां बसपा के 9 बागी विधायक हाथी की सवारी छोड़कर सपा की साइकिल का मज़ा ले सकते हैं। इस बात ने तूल तब पकड़ा, जब मंगलवार को इन बागी विधायकों ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात की। इससे साफ जाहिर होता है कि आने वाले दिनों में सपा की ओर कुछ और विधायक अपना रुख कर सकते हैं।

इन विधायकों ने की अखिलेश यादव से मुलाक़ात

सपा के लखनऊ दफ़्तर में आज जिन विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाक़ात की है, उनमें हाकिम लाल बिंद, वंदना सिंह, रामवीर उपाध्याय, अनिल सिंह, असलम रैनी, असलम चौधरी, मुज्तबा सिद्दिकी, हरगोविंद भार्गव और सुषमा पटेल का नाम शामिल है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में ये औपचारिक रूप से सपा की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे।

'...संघर्ष करने वाली कैडर आधारित पार्टी है'

पिछले दिनों बसपा प्रमुख ने बसपा विधान मंडल दल के नेता लालजी वर्मा और बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बसपा से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद शनिवार को बसपा के राज्य मुख्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक के बाद मायावती ने कहा था कि पार्टी के लोगों को 'कैडर' पर ज़्यादा भरोसा करना चाहिए।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि 'बसपा अन्य पार्टियों से एकदम अलग सर्व समाज के गरीबों व उपेक्षितों के कल्याण के लिए संघर्ष करने वाली कैडर आधारित पार्टी है और इसलिए पार्टी की जमीनी तैयारियां व इसकी मजबूती आदि के लिए भी छोटी-छोटी कैडर बैठकों का सिलसिला हर हाल में मिशनरी भावना के तहत लगातार जारी रखना है।'

Shashi kant gautam

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