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UP Politics: सदन में वार-पलटवार और बाहर यार-प्यार.. यही है राजनीति
UP Politics: सतीश महाना द्वारा दिए गए भोज के दौरान विधानसभा की गरमागर्मी भूल हंस कर एक-दूसरे से मिले नेता सदन और नेता विपक्ष।
UP Politics: शनिवार को जहां विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक-दूसरे पर हमला बोल रहे थे, एक के बाद एक सवाल दाग रहे थे। गहमागहमी का माहौल था। सदन में नोकझोंक हो रही थी तो वहीं रविवार को सीएम योगी और अखिलेश यादव एक-दूसरे के साथ ऐसे नजर आ रहे थे जैसे मानों कुछ हुआ ही नहीं था। दोनों हंसते खिलखिलाते हुए दिख रहे हैं। यहां शिवपाल यादव, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सहित कई नेता भी नजर आ रहे हैं।
मौका था विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के यहां आयोजित एक भोज का। इस भोज पार्टी में सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता विपक्ष अखिलेश यादव ऐसे मिल रहे हैं जैसे उनके बीच विधानसभा में कुछ हुआ ही नहीं था। सतीश महाना के यहां आयोजित इस भोज ने मानों दोनों के बीच की तल्खी मिटा दी हो।
सदन में करते हैं पटलवार
जब सदन में ये नेता होते हैं तो एक-दूसरे पर किसी मुद्दे को लेकर वार-पलटवार करते हैं। सदन में ऐसा लगता है कि मानो जैसे सच में लड़ाई हो रही है। पर ऐसा होता नहीं है। इनके बीच कोई दुश्मनी नहीं होती। ये नेता तो वहां जनहित के मुद्दे और सरकार के कामकाज को लेकर एक-दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगाते हैं। फिर वही नेता जब सदन के बाहर आते हैं तो एक-दूसरे से गले मिलते हैं और बातें करते हुए नजर आते हैं।
यही लोकतंत्र की खूबसूरती है
झगड़ा सदन में वार पलटवार और बाहर यार प्यार.. यही राजनीति है और यही लोकतंत्र की खूबसूरती है। जो समझ ले वो सफल है और जो ना समझे वो अनाड़ी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा दिए गए भोज में जो तस्वीर दिख रही है क्या उससे कहीं लगता है कि शनिवार को सदन में सीएम योगी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच जबरदस्त टकराव हुआ था। लोकतंत्र में नेता एक-दूसरे की पार्टी और नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप तो लगाते हैं लेकिन केवल सदन या राजनीतिक मंच तक ही यह चलता है। इसके पीछे नेताओं का कोई इंटेंशन नहीं होता है। इसके पीछे नेताओं का इंटेंशन नहीं होता है, भले ही कार्यकर्ताओं का होता हो।