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Lucknow News: समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडलर मनीष अग्रवाल रिहा, जेल में रहे 24 घंटे, लगा था ये आरोप
SP leader Manish Agrawal Released: सपा का ट्विटर हैंडल चलाने वाले मनीष अग्रवाल गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद लखनऊ में रिहा किए गए। मनीष को जमानत पर रिहा किया गया है।
SP leader Manish Agrawal Released: यूपी की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी मीडिया सेल (Samajwadi Party Media Cell) के ट्विटर अकाउंट संचालक मनीष जगन अग्रवाल (Manish Jagan Agarwal) को सोमवार (10 जनवरी) को रिहा कर दिया गया। जमानत मिलने के बाद मनीष अग्रवाल को रिहा किया गया है। बता दें, कि रविवार को लखनऊ पुलिस ने कथित अभद्र टिप्पणी के आरोप में उन्हें हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया था। मनीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। मनीष की गिरफ्तारी के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद लखनऊ पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे। सपा कार्यकर्ताओं ने भी धरना-प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि, सपा के मीडिया प्रकोष्ठ पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर महिलाओं के प्रति कथित अभद्र टिप्पणी के आरोप में एक दिन पहले रविवार की सुबह लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। लखनऊ के पॉश हजरतगंज इलाके से उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अग्रवाल के खिलाफ यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) सहित कई अन्य आरोपों में केस दर्ज कराने वाली बीजेपी नेता ऋचा राजपूत (BJP leader Richa Rajput) के खिलाफ भी समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी हैं ऋचा राजपूत। उनकी शिकायत पर 4 जनवरी 2023 को हजरतगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। लखनऊ पुलिस को दी गई शिकायत में ऋचा राजपूत ने सपा मीडिया प्रकोष्ठ के ट्विटर अकाउंट पर की गई कई टिप्पणियों का हवाला दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि, 'समाजवादी पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों ने धमकी दी है। मेरे साथ रेप किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने मुझे जान से मारने की भी धमकी दी है। इसके अलावा, बीजेपी नेता ऋचा राजपूत ने बताया था कि मेरे खिलाफ अभद्र टिप्पणी भी की गई है। समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल का हैंडल मनीष जगन अग्रवाल देखते हैं तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस बोली- नियमों के अनुरूप हुई कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, पिछले साल नवंबर से 'समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल का प्रबंधन करने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज की गई यह चौथी शिकायत है। इस बीच, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा था, कि, 'एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अन्य विधायकों के साथ डीजीपी मुख्यालय (DGP Headquarters) आए थे। उन्होंने पूछा कि, समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ से जुड़े मनीष अग्रवाल को क्यों गिरफ्तार किया गया? उन्हें (अखिलेश यादव) बताया गया कि अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उसकी गिरफ्तारी जांच के बाद की गई है। प्रशांत कुमार ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई कानून के नियमों के अनुरूप हुई है।
ऋचा राजपूत के खिलाफ दर्ज कराई FIR
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि, 'मनीष अग्रवाल ने समय-समय पर शालीनता की हदें पार की। कई ट्वीट किए। उन्होंने पत्रकारों के खिलाफ अभद्र भाषा तथा जातिवादी भावना के साथ ट्वीट भी किया। प्रशांत कुमार ने कहा, मनीष जगन अग्रवाल को अदालत ने न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया। इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भी भाजयुमो की सोशल मीडिया प्रभारी ऋचा राजपूत के खिलाफ हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।