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Lucknow: 'विभाजन के विभीषिका की त्रासदी' रेलवे ने स्मृति दिवस में उन पलों को किया साझा

Partition Horrors Remembrance Day 2022: रेलवे स्टेशनों पर विभाजन-विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का आयोजन आज दिनांक 14 अगस्त 2022 को किया गया। यह प्रदर्शनी दिनांक 15.08.22 तक लगी रहेगी।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 14 Aug 2022 12:53 PM GMT
Tragedy of Partition Railways shared moments on Memorial Day
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Tragedy of Partition Railways shared moments on Memorial Day

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Partition Horrors Remembrance Day 2022: लखनऊ: देश की स्वतंत्रता के गौरवशाली 75 वर्ष पूरे होने के एक दिन पहले 14 अगस्त को पूरे देश में 'विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है। विभाजन की विभीषिका (Tragedy of Partition) की त्रासदी, जनमानस का एक स्थान से दूसरे स्थान को पलायन, अपने प्रियजनों को खोने और उनसे बिछुड़ने की पीड़ा के साथ ही बच्चों का कष्टकारी जीवन एवं अभाव तथा मूलभूत समस्याओं से जूझता इन्सान, ये ऐसे तमाम बिंदु उस वीभत्स दौर की कहानी और उसकी व्यथा को स्वयं कहते हैं। ये एक ऐसा दौर था जिसने कहीं न कहीं वर्षों की दासता सहने और अनगिनत बलिदानों के उपरान्त मिलने वाली स्वतंत्रता के सुखद अहसास को प्रभावित किया तथा प्रत्येक देशवासी पर इस विभीषिका का दुष्प्रभाव देखने को मिला।

इस स्मृति दिवस के अंतर्गत उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के चयनित 12 रेलवे स्टेशन अयोध्या कैंट, प्रतापगढ़, रायबरेली, अकबरपुर, वाराणसी जं, लखनऊ, सुल्तानपुर, गौरीगंज, जौनपुर, भदोही, बाराबंकी तथा उन्नाव रेलवे स्टेशनों पर विभाजन-विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का आयोजन आज दिनांक 14 अगस्त 2022 को किया गया। यह प्रदर्शनी दिनांक 15.08.22 तक लगी रहेगी। इस कार्यक्रम के तहत उक्त सभी नामित स्टेशनों पर चित्रों के माध्यम से विभाजन के उन पलों को स्मरण करते हुए साझा किया गया है तथा उस काल में रेल द्वारा लोगों के पलायन को दर्शाया गया है।


प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों के माध्यम से आज की वर्तमान पीढ़ी को विभाजन के दौरान आम जनमानस द्वारा झेली गयीं। कठिनाइयों को स्मरण कराने हेतु यह प्रदर्शनी लगाई गयी है। उक्त प्रदर्शनी के माध्यम से भारत का विभाजन किसी भी विभीषिका से कम नहीं है से जुड़े यथासंभव प्रकरणों के प्रदर्शन का प्रयास किया गया है। इस प्रदर्शनी के मुख्य समारोह का आयोजन 14 अगस्त सुबह 11:30 बजे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। जिसमें महापौर संयुक्ता भाटिया,बतौर मुख्य अतिथि और पद्मश्री विभूषित डॉ.विद्या बिन्दु सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं।


कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक ने विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्शनी के विषय में सभी को अवगत कराते हुए अपने विचार प्रकट रखे। इस ऐतिहासिक अवसर पर मंडल द्वारा चारबाग स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में 75×18 फीट के आकार की एक विशालतम होर्डिंग लगाई गई है। जिसमें भारतीय रेल के एक कोच पर भारत के महान राष्ट्रनायकों एवं क्रांतिकारियों के चित्रों को दर्शाया गया है। यह होर्डिंग यात्रियों सहित आमजन के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त यह ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन,मंडल कार्यालय, वाराणसी जं स्टेशन सहित पूरे मंडल के स्टेशन एवं इमारतें तिरंगे की रोशनी से जगमगा रही है। जोकि अपने आप में एक अद्भुत और नयनाभिराम दृश्य है एवं इन दृश्यों को भविष्य हेतु संजोने के लिए स्टेशनों पर सेल्फी पॉइंट्स भी बनाए गए हैं।


इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि संयुक्ता भाटिया ने उपस्थित जनसमूह एवं समस्त रेलकर्मियों का आवाहन करते हुए सभी को स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की बधाई देते हुए विभाजन की विभीषिका के उन क्षणों का उल्लेख किया। उन्होंने राष्ट्र के समस्त स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं बलिदानियों को अपने श्रद्धा सुमन समर्पित किए और उपस्थित जनसमुदाय से समृद्ध एवं सशक्त भारत के नवनिर्माण में अपना सहयोग प्रदान करने की बात को प्रमुखता से कहा।

Ramkrishna Vajpei

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