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Lucknow: नोडल अफसर व डिप्टी CMO ने रॉकलैंड व लिमरा अस्पताल को जारी किया नोटिस, एक्स्पायर्ड मिले इंजेक्शन
Lucknow News: गुरुवार को नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन ने ठाकुरगंज के रॉकलैंड अस्पताल और लिमरा हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर दिया।
Lucknow News: स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की ओर से प्राइवेट अस्पतालों पर लगातार कार्रवाई का सिलसिला जारी है। गुरुवार को नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन ने ठाकुरगंज के रॉकलैंड अस्पताल और लिमरा हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर दिया। दोनों अस्पतालों की इमरजेंसी में एक्सपायर्ड इंजेक्शन मिले और बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण हेतु डस्टबिन नहीं पाये गये।
बेबी आयुष की मृत्यु पर गठित हुई जांच कमेटी
डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया कि रॉकलैण्ड हॉस्पिटल में बेबी आयुष की मृत्यु की जॉच के सम्बन्ध में चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। इससे सम्बन्धित समस्त चिकित्सीय अभिलेख प्राप्त किये गये। मृतक बच्चे के परिवार से दूरभाष पर सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं किया जा सका। इस प्रकरण की जॉच हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 02 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया।
24 घण्टे के अंदर देना होगा स्पष्टीकरण
डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया कि निरीक्षण में चिकित्सालय में लगे हुये फॉयर एक्सटिंग्यूशिर का प्रेशर शून्य पाया गया। इमरजेन्सी में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण हेतु, डस्टबिन नहीं पाये गये। आईसीयू एवं ओटी की इमरजेन्सी ट्राली में एक्सपायर्ड इन्जेक्शन पाये गये। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में संचालित फॉर्मेसी का पंजीकरण जिस व्यक्ति के नाम पर था, वह उपस्थित नहीं पाया गया। किसी अन्य कर्मचारी द्वारा फार्मेसी में कार्य सम्पादित किया जा रहा था। चिकित्सालय में कोई मेडिकल ऑफिसर उपस्थित नहीं पाया गया। चिकित्सालय में जगह-जगह इलेक्ट्रिक पैनल खुले हुए पाये गये। निरीक्षण में पायी गयी कमियों के आधार पर चिकित्सा प्रतिष्ठान के प्रबन्धक व संचालक को नोटिस जारी करते हुए 24 घण्टे के अन्दर अपना स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।
लिमरा हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण
डॉ. एपी सिंह ने बताया कि लिमरा हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें चिकित्सा प्रतिष्ठान में लगे हुये फॉयर एक्सटिंग्यूशर क्रियाशील पाये गये। इमरजेन्सी में कलर कोटेड बॉयोमेडिकल वेस्ट डस्टबिन नहीं पायी गयी, जिससे यह प्रतीत होता है कि चिकित्सा प्रतिष्ठान में बॉयोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण नियमानुसार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईसीयू में 02 मरीज भर्ती थे, इमरजेन्सी ट्राली में एक्सपायर्ड इन्जेक्शन पाये गये। जिनकी एक्सपायरी मई, 2022 पायी गयी। निरीक्षण में पायी गयी कमियों के आधार पर चिकित्सा प्रतिष्ठान के प्रबन्धक व संचालक को नोटिस जारी करते हुए 24 घण्टे के अन्दर अपना स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।