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Lucknow News: नवाबों को खूब भा रही बाइक टैक्सी की सवारी, महंगे पेट्रोल को दे रहे बाइक टैक्सी से मात

Lucknow Latest News : देश में पेट्रोल की कीमतों में इजाफा (Petrol Price Hike) होने के कारण अब लोग पर्सनल बाइक की जगह बाइक टैक्सी (Bike Taxi) की फैसिलिटी का उपयोग ज्यादा करने लगे हैं।

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Written By NetworkPublished By Bishwajeet Kumar
Published on: 12 May 2022 4:40 AM GMT
Bike taxi trend increased after petrol price hike
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पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी के बाद बाइक टैक्सी का चलन बढ़ा (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

Lucknow News Today: पेट्रोल के दाम क्या बढ़े (Petrol Price in Lucknow) लखनऊ के नवाबों ने अपनी गाड़ियों को घर में छाड़पोछ के खड़ा कर दिया। अब न उन्हें पेट्रोल के दाम (Petrol Price) की चिंता और ना ही पार्किंग का टोकन कटाने की फिकर। ऐसा क्यों है बता देते हैं।

पेट्रोल की कीमत बढ़ी और बदलने लगे नवाब

पेट्रोल की कीमतों ने जब से सैकड़ा मारा है। उसके बाद से देखा गया सड़क पर बाइक टैक्सी ज्यादा नजर आने लगी हैं। दानिश बताते हैं कि उनका ऑफिस हजरतगंज में है सुबह के समय ट्रैफिक भी अधिक होता है। पेट्रोल पंप पर लाइन भी अधिक होती है। दाम भी बढ़ गए हैं पेट्रोल के ऐसे में बाइक टैक्सी सबसे अच्छा साधन है। उनके लिए 34 रु में एक दिन का ऑफिस आना जाना हो जाता है। अब किसी को गाडी भी नहीं देनी होती वरना हर दिन कोई न कोई चाभी के लिए खड़ा होता था। मना करो तो संबंध ख़राब। अब तो पार्किंग का हर दिन का 20 रु भी बचता है।

सुमित ने बताया कि बाइक टैक्सी काफी सस्ती पड़ती हैं। आप कहीं भी हो कहीं भी जाना हो रेट अधिक नहीं है। मेरे पास पल्सर 220 है, उसका एवरेज काफी कम है। अब तो छुट्टी वाले दिन निकालता हूं। गोमतीनगर में ऑफिस है। बुक करते ही 5 मिनट में बाइक टैक्सी दरवाजे पर होती है। कितना भी ट्रैफिक रहे मुझे सिर्फ पीछे बैठना होता है सुकून से। वरना पहले तो जितना पेट्रोल जलता था। उतना खून भी जलता था। मेरे ऑफिस में अधिकतर कर्मी बाइक टैक्सी यूज कर रहे हैं।

विशाल कहते हैं उन्हें पहले सुबह बेटे को स्कूल लेकर जाना होता। फिर उसे वापस लाना होता है। दुकान विकास नगर में है। इस सब में पेट्रोल ज्यादा खर्च होता था। अब बेटा बाइक टैक्सी से स्कूल आता जाता है और मैं भी दुकान इससे ही जाता हूं। बच्चे को बाइक टैक्सी से स्कूल भेजने में डर नहीं लगता? विशाल कहते हैं कैसा डर? सारा डेटा फोन में होता है। इसके साथ ही टैक्सी वाला दो हेलमेट रखता है, स्पीड अधिक नहीं होती।

आखिर इतना सफल कैसे हैं लखनऊ में बाइक टैक्सी?

जितने भी बाइक टैक्सी एप्प हैं ये सस्ती राइड देते हैं। इसके साथ ही इनमें जो बाइक लगी होती हैं उनका एवरेज भी अधिक होता है। जब एवरेज अधिक होगा गाड़ी ज्यादा चलेगी। इसलिए ये बाइक टैक्सी सस्ती पड़ती है। इसके साथ ही कई एप्प हैं जो स्कीम भी देते हैं उसका भी फायदा ग्राहक को मिलता है। अपने देखा होगा इनमे अधिकतर बजाज प्लेटिना, सीटी 100 और टीवीटीएस की बाइक अधिक नजर आती है। उसका कारण ये है कि ये सभी बाइक 70 किमी प्रति लीटर से अधिक माइलेज देती हैं।

अब आप भी अपनी बाइक को छोड़ बाइक टैक्सी यूज करना शुरू कर ही दीजिये। लखनऊ में इस समय रैपीड़ो, ओला, उबर के साथ कुछ अन्य को बाइक टैक्सी का परमिट मिला हुआ है।

Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

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