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UP: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के MLA बेटे पर कसा शिकंजा, पैतृक आवास पर पुलिस ने चस्पा की कुर्की नोटिस
UP : अब्बास को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस की कुल 8 टीमें बनाई गई थी। टीम दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर और मिर्जापुर समेत तमाम जगहों पर छापेमारी की, लेकिन नाकामयाब रही।
Lucknow News : जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mafia Don Mukhtar Ansari) के विधायक बेटे अब्बास अंसारी (MLA Abbas Ansari) अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया है। गाजीपुर की मऊ सीट (Mau Assembly constituency) से विधायक अब्बास अंसारी को लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने भगोड़ा घोषित कर रखा है। शनिवार को लखनऊ महानगर कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब्बास अंसारी के मुहम्मदाबाद नगर के यूसुफपुर दर्जी मोहल्ला स्थित पैतृक आवास पर कुर्की की नोटिस चस्पा की।
हथियार के लाइसेंस (Abbas Ansari Arms License Case) के मामले में भगोड़ा घोषित अब्बास अंसारी (Abbas Ansari declared fugitive) के खिलाफ अदालत ने बीते 14 जुलाई को गिरफ्तारी का वारंट (Abbas Ansari Arrest Warrant) जारी किया था। 27 जुलाई 2022 तक पुलिस को उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करना था, मगर पुलिस अब्बास को नहीं पकड़ पाई। इसके बाद 10 अगस्त तक की मोहलत दी गई। फिर, तीसरी बार इस मियाद को बढ़ाकर 25 अगस्त तक के लिए की गई थी।
संपत्ति कुर्क की जाएगी !
अब्बास को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस की कुल 8 टीमें बनाई गई थी। टीम दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर और मिर्जापुर समेत तमाम जगहों पर छापेमारी की लेकिन मुख्तार के बेटे को पकड़ने में नाकामयाब रही। इस मामले में अब 26 सितंबर को कोर्ट में सुनवाई होनी है। अगर, तब तक मऊ विधायक अब्बास अंसारी सरेंडर नहीं करता है तो उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
अब्बास पर हैं कई मुकदमे दर्ज
बता दें कि सुभासपा के टिकट पर विधायक बने अब्बास अंसारी के ऊपर सात मुकदमे दर्ज हैं। अब्बास के खिलाफ 12 अक्टूबर 2019 को फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया था। इसमें एक ही लाइसेंस पर कई हथियार खरीदने का आरोप है। इस मामले में लखनऊ के एमपी एमएलए कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
मुख्तार पर भी कसता जा रहा ED का शिकंजा
उधर, बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी का शिकंजा भी कसता जा रहा है। पिछले दिनों ईडी ने ताबड़तोड़ उसके 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने उसके ससुर जमशेद रजा, साला अतीफ रजा और लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर शादाब को बयान के लिए यह नोटिस भेजा है।