TRENDING TAGS :
सपा के इस नेता ने भगवान राम को बताया काल्पनिक, पार्टी ने दी ये सजा
समाजवादी पार्टी में लंबे समय से संघर्ष कर रहे लोटन राम निषाद को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी कुछ महीने पहले ही सौंपी गई थी।
लखनऊ: राम और कृष्ण के अस्तित्व पर सवाल उठाकर चर्चा में आए समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष लौटनराम निषाद को आखिरकार अपने बड़बोले पन की कीमत चुकानी पड़ गई। समाजवादी पार्टी ने उन्हें हटाकर पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री और विधान परिषद सदस्य डॉक्टर राजपाल कश्यप को सौंपी है।
राम को काल्पनिक बताने का खामियाजा भुगते लोटन राम
विधान परिषद सदस्य डॉक्टर राजपाल कश्यप को नई जिम्मेदारी सौंपे जाने का पत्र समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से सोमवार को ही जारी किया गया है। उनसे अगले 15 दिनों के अंदर कार्यकारिणी गठन की अपेक्षा भी की गई है। समाजवादी पार्टी का यह फैसला प्रदेश की बदलती राजनीति का संकेत दे रहा है। इससे पहले समाजवादी पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर भी सकारात्मक रुख दिखाया था और भाजपा से भी एक कदम बढ़ कर राजधानी लखनऊ में भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापना का ऐलान किया है। पार्टी के बदलते अंदाज को आपने में लोटन राम निषाद नाकामयाब रहे।
ये भी पढ़ें- विधानसभा सत्र पर कोरोना का ग्रहण, स्पीकर समेत ये सब हुए संक्रमित
Lotan Ram Nishad
समाजवादी पार्टी में लंबे समय से संघर्ष कर रहे लोटन राम निषाद को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी कुछ महीने पहले ही सौंपी गई थी। लेकिन अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के अवसर पर मीडिया से बातचीत के दौरान वह खुद पर नियंत्रण ना रख सके। खुद को अंबेडकरवादी और संविधान में आस्था रखने वाला बताते हुए उन्होंने राम और कृष्ण के अस्तित्व को नकार दिया। अपनी रो में बेहतर उन्होंने कहा कि वह राम और कृष्ण के अस्तित्व को ही नहीं मानते हैं। यह फिल्मी कहानियों की तरह एक काल्पनिक पात्र है। उनके इस बयान से तीव्र आलोचना हुई और समाजवादी पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल उठाए गए।
डॉक्टर राजपाल के बहाने सपा ने साधे कई निशाने
Dr Rajpal Kashyap
ये भी पढ़ें- तीन दिन के अंदर शुरू करें नया कारोबार, मोदी सरकार कर रही बड़ी मदद
समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य डॉक्टर राजपाल कश्यप को पिछली सरकार में अखिलेश यादव ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कश्यप को उन्होंने कन्नौज क्षेत्र का संगठन प्रभारी भी बना रखा है। कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में निषाद और बिंद जातियों के मतदाताओं की भूमिका बेहद अहम है। डिंपल यादव के चुनाव क्षेत्र में कार्य करने की वजह से उन्हें पार्टी नेतृत्व के निकट जाने का अवसर मिलता रहा है।
SP Letter
न्हें पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही पार्टी नेतृत्व ने कन्नौज लोकसभा सीट के मतदाताओं को भी यह संदेश दिया है कि उन्होंने उनके बीच के पिछड़ा वर्ग नेता को प्रदेश स्तर की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही डॉक्टर कश्यप को भारतीय जनता पार्टी के नए राज्य सभा सदस्य जयप्रकाश निषाद की राजनीति काट के तौर पर भी देखा जा रहा है। गोरखपुर लोकसभा सीट पर भी निषाद समाज के मतदाताओं की तादाद अच्छी खासी है। समाजवादी पार्टी ने पहले भी वहां निषाद कार्ड खेलने की कोशिश की थी।
ये भी पढ़ें- पूर्व मंत्री, पार्षदों और भू-माफियाओं का गठजोड़, यहां बना दीं 153 अवैध कालोनी
लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी को ही अपनी ओर मिलाकर सपा को झटका दे दिया था। अब डॉक्टर राजपाल कश्यप को मौका देकर पार्टी एक बार फिर निषाद और कश्यप समाज को अपनी वोट जोड़ना चाहती है। समाजवादी पार्टी की प्रदेश टीम के पूर्व पदाधिकारी ने बातचीत में कहा कि लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि निषादराज गुह ही भगवान राम के सबसे करीबी मित्र थे। सपा के लिए राम और कृष्ण दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई बार कहा है कि राम और कृष्ण दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं।
रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी