Lucknow: सफाई कर्मियों ने ली शपथ, बिना पुख्ता इंतजाम के सीवर में नहीं उतरेंगे

Lucknow News: सुएज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड अपने सफाई कर्मचारियों को सीवर कार्य करने से पहले एक शपथ भी दिलवाती है। जिसमें कर्मचारी शपथ लेते हैं, बिना पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के सीवर में नहीं उतरेगा।

Shashwat Mishra
Report Shashwat MishraPublished By Deepak Kumar
Published on: 15 May 2022 4:54 PM GMT
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Lucknow: सफाई कर्मियों का किया सम्मानित।

Lucknow: सीवर से निकलने वाली गंदगी से कई गंभीर बीमारियां जन्म ले लेती हैं। ऐसे में सफाई कर्मियों को सीवर की सफाई करते समय हमेशा सुरक्षा किट पहने रहना चाहिए। साथ ही, उन्हें हाथ से मैला कभी नहीं उठाना है एवं मैन होल में कभी नहीं घुसना है चाहे कुछ भी हो जाए, इस बात का हमेशा ध्यान रखना है। ये बातें सुएज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने शनिवार को राजाजीपुरम स्थित ई-ब्लॉक पानी टंकी के पास, "शून्य घातक दुर्घटना" एवं "हाथ से मैला कभी नहीं ढोना ये हमें पुन: सुनिश्चित करना है" के थीम पर सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रम में कही गई।

स्वच्छता से ही समृद्धि और खुशहाली

कार्यक्रम में परियोजना निदेशक राजेश मठपाल ने बताया कि स्वच्छता से ही समृद्धि और खुशहाली आती है एवं वातावरण स्वच्छ रहता है। शहर साफ-सुथरा और स्वच्छ रखना हमारा दायित्व है। शहर स्वच्छ होगा तो हम बीमारियों से दूर रहेंगे व स्वस्थ रहेंगे। प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखने, साफ-सफाई की आदत डालनी होगी। साथ ही उन्होंने सीवर से निकली गंदगी और सेप्टेज प्रबंधन के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि बड़े से बड़े कार्यक्रम को बिना क्षेत्रीय पार्षद व जनभागीदारी के सफल नहीं बनाया जा सकता।


सफाई कार्य के लिए हैं 577 कर्मचारी

राजेश मठपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी के वर्तमान में फील्ड पर 1095 कर्मचारी हैं। वहीं सीवर के सफाई कार्य के लिए 577 कर्मचारी है। ख़तरनाक कामों की तरह मैला साफ करने वाले सफाई कर्मियों को हैजा, हेपेटाइटिस, टीबी, टायफाइड और इसी तरह की अन्य बीमारियों का शिकार होने का ख़तरा बना रहता है। इसको देखते हुए सीवर के सफाई कार्य को लेकर कंपनी ने सख्त नियम बनाएं हुए हैं, जिसका कंपनी लगातार कड़ाई से पालन करवाया जा रहा है। उन्होंने मैला ढोने की विषय पर बताया वैसे तो मैला ढोने वाले सफाई कर्मचारियों के नियोजन का निषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम 2013 के तहत मैला ढोने की प्रथा का न केवल निषेध किया गया है, बल्कि इसे दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना है कि सीवर का सफाई का कार्य कर रहा कोई भी सफाई कर्मी हाथ से मैला कभी भी न ढोए।

बिना पुख्ता इंतजाम के सीवर में नहीं उतरेंगे

परियोजना निदेशक ने कहा कि सीवर की सफाई करने वाले सफाई कर्मचारियों को जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ता है। इसके लिए सुएज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड अपने सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कंपनी अपने कर्मचारियों को सीवर कार्य करने से पहले एक शपथ भी दिलवाती है। जिसमें कर्मचारी शपथ लेते हैं, बिना पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के सीवर में नहीं उतरेगा। इसका आप सभी को कड़ाई से पालन करवाना है। साथ ही कार्य के लिए कर्मचारियों को सुरक्षा का किट भी उपलब्ध कराई जा रही है।

सीवर उपकरण किट ज़रूरी

राजेश मठपाल ने बताया कि सफाई कर्मियों को सुरक्षा उपकरण किट प्रदान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस किट में वर्दी, सुरक्षा हेलमेट, जूते, आईवियर, दस्ताने व मास्क शामिल हैं। साथ ही सीवर एंट्री प्रोफेशनल की टीमों को अतिरिक्त सुरक्षा गियर जैसे वाटरप्रूफ सूट, ऑक्सीजन मास्क, सेफ्टी बेल्ट, गमबूट आदि प्रदान किए गए जाते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विषम परिस्थितियों में सीवर में किसी के भी प्रवेश की अच्छी तरह से निगरानी की जा सके और पर्याप्त सुरक्षा उपकरण के साथ ही यह कार्य किया जा सके।

Deepak Kumar

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