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Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के 12 छात्रों को हुआ कैंपस प्लेसमेंट, मिला 7 लाख का पैकेज
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में तीन कंपनियों में 12 छात्रों का प्लेसमेंट हुआ|
12 students of Lucknow University got campus placement
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में तीन कंपनियों में 12 छात्रों का प्लेसमेंट हुआ| इंजीनियरिंग संकाय के प्लेसमेंट इंचार्ज डॉ. हिमांशु पांडेय ने बताया कि कैपेस सॉफ्टवेयर प्रालि में बीटेक के छात्र अभिनव आदित्य का चयन सॉफ्टवेयर डेवलपर के पद पर अधिकतम सात लाख प्रतिवर्ष के पैकेज पर, एक्सप्लोर ऑटोमोटिव प्रा.लि. कम्पनी में बी.टेक के 03 छात्रों अर्पित पटेल, तौहीद अंसारी और सूरज मौर्या का चयन ग्रैजुएट इंजीनियर ट्रेनी के पद पर अधिकतम 4.0 लाख प्रतिवर्ष के पैकेज पर हुआ। स्कोलर कम्पनी में बी.टेक के 08 छात्रों दिव्यांश प्रजापति, प्रद्युम्न वर्मा, अमिया सरकार, अंकित यादव, कुशल त्रिपाठी, विवेक चौरसिया, आदर्श कुमार, हर्षित कुमार पांडेय का चयन बिजनेस डेवलपमेंट के पद पर हुआ| कम्पनी ने छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान 18000 रूपये प्रति माह तथा 15000 रुपये इंसेन्टिव (परफॉरमेंस के आधार पर) और इंटर्नशिप के बाद छात्रों को अधिकतम 6.0 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय एवं इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रो. एके सिंह ने चयनित छात्रों को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की|
लखनऊ विश्वविद्यालय में हुआ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर के लावण्या गर्ल्स हॉल में 3 दिसंबर, 2022 को लखनऊ विश्वविद्यालय के परामर्श एवं मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा "छात्रों के समग्र विकास" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन की सम्मानित पैनलिस्ट प्रो मधुरिमा प्रधान थीं। (डायरेक्टर-काउंसलिंग एंड गाइडेंस सेल), डॉ. कविता उपाध्याय (काउंसलर, स्प्रिंगडेल कॉलेज), डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव (प्रोवोस्ट- लावण्या गर्ल्स हॉल) और डॉ. वैशाली सक्सेना (डिप्टी डायरेक्टर- काउंसिलिंग एंड गाइडेंस सेल)।
डॉ. मधुरिमा प्रधान ने लखनऊ विश्वविद्यालय के काउंसलिंग एंड गाइडेंस सेल के उद्देश्यों के बारे में बताया। नई शिक्षा नीति में इस बात पर बल दिया गया है, कि शिक्षा का उद्देश्य न केवल उनकी शैक्षणिक कुशाग्रता को बढ़ावा देना होना चाहिए बल्कि जीवन में सफल होने के लिए उनके सामाजिक और भावनात्मक कौशल को भी बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से संकट और चिंता को प्रबंधित करने और खुश और संतुष्ट होने के लिए बुद्धिमान दिमाग और सूत्र विकसित करने के लिए सुझाव दिए। प्रदर्शन चिंता, आत्म-पहचान और इसके दीर्घकालिक और अल्पकालिक प्रभाव के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा और प्रदर्शन चिंता से प्रभावित परीक्षा प्रदर्शन को कैसे दूर किया जाए, इस पर डॉ. कविता ने चर्चा की। डॉ. वैशाली ने समय चतुर्थांश और कुशल समय प्रबंधन पर चर्चा की।