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सहारा से वापस ली गयी 75 एकड़ जमीन, LDA बनाएगा 'गोमती बायो-डाइवर्सिटी पार्क'

Lucknow News: LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जमीन का निरीक्षण करके बायो-डाइवर्सिटी पार्क की रूपरेखा तैयार की है।

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Newstrack Network
Published on: 26 Sept 2024 7:37 PM IST (Updated on: 26 Sept 2024 8:58 PM IST)
Lucknow News
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Lucknow News (Pic: Social Media)

Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण गोमती नगर में सहारा ग्रुप से ली गयी 75 एकड़ जमीन पर ‘गोमती बायो-डाइवर्सिटी पार्क’ विकसित करेगा। यह शहर का पहला बायो-डाइवर्सिटी पार्क होगा, जहां देशी एवं प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न जोन में नेचुरल वेट लैण्ड विकसित किए जाएंगे एवं गहराई वाले स्थान पर तालाब बनाकर लोटस (कमल) पार्क तैयार किया जाएगा। LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जमीन का निरीक्षण करके बायो-डाइवर्सिटी पार्क की रूपरेखा तैयार की है। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द प्रोजेक्ट की DPR तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

यमुना बायो-डाइवर्सिटी पार्क की तर्ज पर होगा निर्माण

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सहारा ग्रुप को लीज पर दी गई जमीन अब वापस ले ली गई है। उस जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर लिया गया है। साथ ही कई जगहों पर कूड़ा भी फेंका जाने लगा है। इन सब को हटाकर यहां अब पार्क बनाया जाएगा। दिल्ली में यमुना नदी के किनारे बने यमुना बायो-डाइवर्सिटी पार्क की तर्ज पर इसका निर्माण होगा। इसके लिए कल यानी शुक्रवार से पूरी जमीन का सर्वे भी शुरु कर दिया जाएगा।

पक्षियों की खुराक का इंतजाम

पार्क में पक्षियों के निवास के लिए भी पूरी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए मौसम के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में पक्षियों का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। पार्क में एक फलदार बाग भी लगाया जाएगा। साथ ही मेडिसिनल व बटरफ्लाई गार्डेन बनाया जाएगा। इससे कीट और अन्य कीड़े उस जगह नहीं पनप सकेंगे। उपाध्यक्ष ने जानकारी दी कि पार्क में झील के लिए खुदाई कि जाएगी। निकलने वाली मिट्टी से बड़े पहाड़ बनाए जाएंगे। पाहड़ पर पेड़ और छोड़े पौधे लगाकर पार्क को और सुंदर बनाया जाएगा।

पौधों को बचाने का प्रयास

इस पार्क में गोमती नदी की बेसिन में पाए जाने वाले पौधों की कई प्रजातियां जो विलुप्त होने की कगार पर हैं उन्हें बचाने का प्रयास किया जाएगा। बताया जाता है कि ये जलीय पैधे कार्बन डाईऑक्साइड को तेजी से कम कर सकते हैं। साथ ही खूबसूरती भी बढ़ाते हैं। पार्क में इसे प्राथमिकता दी जाएगी।



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Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

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मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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