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Air Pollution : लखनऊ में बढ़ रहा वायु प्रदूषण का खतरा, जानिए कहां कितना दर्ज किया गया AQI?

Lucknow Air Pollution : उत्तर प्रदेश में कोहरे के साथ-साथ धुंध का असर भी दिखाई देने लगा है। दिल्ली - एनसीआर के बाद लखनऊ में भी वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।

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Newstrack Network
Published on: 18 Nov 2024 9:36 PM IST (Updated on: 18 Nov 2024 11:04 PM IST)
Air Pollution : लखनऊ में बढ़ रहा वायु प्रदूषण का खतरा, जानिए कहां कितना दर्ज किया गया AQI?
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Lucknow Air Pollution : उत्तर प्रदेश में कोहरे के साथ-साथ धुंध का असर भी दिखाई देने लगा है। दिल्ली - एनसीआर के बाद लखनऊ में भी वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को लखनऊ का AQI 224 दर्ज किया गया, जो रविवार के 239 से थोड़ा कम है। हालांकि, गोमती नगर और बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय क्षेत्र सबसे साफ रहे, यहां औसत AQI 142 दर्ज किया गया है।

इसी तरह भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय क्षेत्र में रायबरेली रोड, तेलीबाग, आशियाना और शहीद पथ के पास औसत AQI 182 दर्ज किया गया, जो कुकरैल वन क्षेत्र से सिर्फ़ कुछ पॉइंट ही ज़्यादा है। इन क्षेत्रों को छोड़कर अन्य जगहों पर वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। राजधानी में लालबाग सबसे प्रदूषित रहा, यहां का औसत AQI 307 (बहुत खराब) दर्ज किया गया। इसके बाद अलीगंज का AQI 285 और तालकटोरा का AQI 262 रहा है।

10 नवंबर को दर्ज किया गया था AQI

इससे पहले 10 नवंबर को AQI दर्ज किया गया था, तब AQI 197 था, जो 'मध्यम' स्थिति में था। 11 नवंबर के बाद से AQI खराब होता चला गया और 235 दर्ज किया गया और तब से स्थिति वैसी ही बनी हुई है। केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण की निगरानी के लिए तालकटोरा, लालबाग, केंद्रीय विद्यालय, गोमती नगर, कुकरैल और बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय में छह लाइव मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए हैं।

दिल्ली-एनसीआर में जहरीली हुई हवा

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हो गई है। वायु प्रदूषण के गंभीर के चलते दिल्ली सरकार ने सोमवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं स्थगित कर दी है। वह छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से होगी। वहीं, गुरुग्राम और नोएडा में भी ऑनलाइन मोड से ही पढ़ाई होगी। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में हालात देखते हुए ग्रेप 4 लागू कर दिया गया है। यहां सोमवार को वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक गिर गई, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ़ हो रही थी, उनकी आंखों में खुजली हो रही थी, क्योंकि वायु गुणवत्ता सूचकांक 494 पर था।



Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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