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जब किसी नेता ने कहा था '...इनको मारो जूते चार', तब कहां थे साधु-संत, प्रेस वार्ता में बोले अखिलेश
Lucknow News: लखनऊ में सपा कार्यालय पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर जवाब दिया।
Lucknow News: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज लखनऊ पार्टी कार्यालय पर प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने तमाम मुद्दों से जुड़े सवालों के जवाब दिए। आज हिंदी दिवस के मौके पर अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर में कई साहित्यकारों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आज हिंदी दिवस के दिन हम लोग मिल रहे हैं, बहुत दिनों बाद मिलकर खुशी हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार को घेरते हुए एक बार फिर एनकाउंटर के मुद्दे पर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में रात में एनकाउंटर होता है और सुबह सरकार की तरफ से प्रेस नोट जारी कर दिया जाता है। साथ ही मठाधीस के बयान पर संतों की आलोचना पर उन्होंने कहा साधु संत उस वक्त कहां थे जब किसी नेता ने '.....इनको मारो जूता चार' जैसा नारा दिया था।
मठाधीश के बयान पर अखिलेश का पलटवार
पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने एक बयान देते हुए कहा था कि, माफिया और मठाधीस में ज्यादा अंतर नहीं होता। इस बयान के बाद राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा सहित तमाम साधु संतों ने अखिलेश यादव पर हमला बोला। इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की गई। अपने इस बयान पर आज एक बार फिर अखिलेश यादव ने अन्य पार्टियों पर पलटवार किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि, जिन संतों को यह बयान बुरा लग रहा है, उन्हें बताना चाहिए कि उस वक्त वह कहां थे जब एक नेता ने यह नारा दिया कि '...इनको मारो जूते चार'। अखिलेश ने कहा कि क्या इस नारे पर इन्हें बुरा नहीं लगा था।
एनकाउंटर पर सरकार को घेरा
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था और एनकाउंटर की घटना पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने वाराणसी में दुकानदार शरद यादव की गोली मारकर हत्या के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि, NCRB के आंकड़े निकालेंगे तो अकेले वाराणसी की नहीं, पूरे प्रदेश में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रदेश में हो रही इस तरह की घटनाओं को छिपाने का काम कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने फेक एनकाउंटर पर भी जवाब दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फेक एनकाउंटर का सच सबको पता है। यहां रात में एनकाउंटर किया जाता है और सुबह सरकार की तरफ से प्रेस नोट जारी कर दिया जाता है।
मायावती के बयान पर जवाब
बसपा ने अपनी बुकलेट में इस बात का जिक्र किया था कि 2019 में पांच सीट मिलने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव नाराज थे। बुकलेट में इस बात का दावा किया गया चुनाव के बाद अखिलेश यादव ने मायावती सहित अन्य पार्टी नेताओं का फोन उठाना बंद कर दिया था। इस पर अखिलेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सफाई भी दी थी। आज प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि, सपा बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलने वाला था। लेकिन वह नहीं चल सका। फोन न उठाने वाली बात पर उन्होंने कहा कि, ये बात बहुत छोटी है कि कौन किसका फोन नहीं उठाता। अखिलेश ने बताया कि जिस समय मुझको गठबंधन टूटने की सूचना मिली उस वक्त बसपा के महानुभाव मंच पर मेरे साथ बैठे थे। इस बारे में मैंने खुद उनसे खुद सवाल किया था।