UP: नीतीश-राजभर को पलटूराम बताने वाले आशुतोष सिंह सपा से निष्कासित, अखिलेश का बड़ा एक्शन

UP News: आशुतोष सिंह को उम्मीद थी कि इस होर्डिंग से अखिलेश यादव खुश होंगे लेकिन उन्हें इस बात की गलतफहमी थी। सपा सुप्रीमो को उनकी यह हरकत इतनी नागवार गुजरी की उन्हें पार्टी से चलता कर दिया।

Krishna Chaudhary
Published on: 30 Jan 2024 8:44 AM GMT
Akhilesh yadav
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Akhilesh yadav  (photo: social media )

UP News: बिहार में हुए बड़े सियासी उलटफेर का असर उत्तर प्रदेश की सियासत पर भी नजर आ रहा है। सत्तारूढ़ एनडीए के तमाम नेता इंडी गठबंधन के खत्म होने की भविष्यवाणी करते फिर रहे हैं। वहीं, सपा-कांग्रेस की तरफ से इस पर पलटवार हो रहा है। इस बीच लखनऊ स्थित सपा दफ्तर के बाहर बिहार सीएम नीतीश कुमार और सुभासपा सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर की तस्वीर वाली होर्डिंग दिखी, जिसमें इन दोनों नेताओं को पलटूराम बताकर जनता को सावधान रहने की सलाह दी गई।

इस होर्डिंग को लगाकर सुर्खियां बटोरने वाले समाजवादी पार्टी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह को ऐसा झटका लगा है, जिसकी उन्हीं उम्मीद नहीं थी। सिंह को उम्मीद थी कि इस होर्डिंग से अखिलेश यादव खुश होंगे लेकिन उन्हें इस बात की गलतफहमी थी। सपा सुप्रीमो को उनकी यह हरकत इतनी नागवार गुजरी की उन्हें पार्टी से चलता कर दिया। उनपर अनुशासन का डंडा चला है। समाजवादी पार्टी ने अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाकर उन्हें दल से निष्कासित कर दिया है।

सपा के इस कार्रवाई के क्या है मायने ?

दरअसल, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बिहार सीएम नीतीश कुमार के एनडीए में जाने के फैसले पर काफी नरम प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने नीतीश के इस फैसले के लिए बीजेपी के साथ-साथ अपनी सहयोगी कांग्रेस पर भी हमला बोला था। अखिलेश ने कहा था कि बीजेपी ने साजिश करके एक भावी प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री के पद तक ही सीमित कर दिया। ये बीजेपी की हताशा को दिखाता है। वहीं, उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह नीतीश कुमार को संयोजक का पद दे देती तो शायद वो उस तरफ नहीं जाते। बता दें कि वो नीतीश कुमार ही थे, जिन्होंने अखिलेश को इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस के साथ आने के लिए राजी किया था।


अखिलेश यादव के इस फैसले के पीछे की एक और वजह लोकसभा चुनाव भी है। दरअसल, जिस कुर्मी बिरादरी से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं, यूपी में उसकी आबादी 6 प्रतिशत है। फिलहाल अपना दल (सोनेलाल गुट) की अनुप्रिया पटेल इसका प्रतिनिधित्व करने का दावा करती हैं। नीतीश के एनडीए में आने के बाद बीजेपी के पास अब इन दोनों राज्यों में दो बड़े कुर्मी नेता हो गए हैं। ऐसे में अखिलेश नहीं चाहते कि उनकी तरफ से कुर्मी मतदाताओं में किसी प्रकार का निगेटिव मैसेज जाए।


राजभर के बेटे ने अखिलेश पर बोला हमला

समाजवादी पार्टी ने भले नीतीश और राजभर को पलटूराम बताने वाले अपने नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया हो, लेकिन इस पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। सुभासपा प्रमुख के बेटे अरूण राजभर ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है। उन्होंने अखिलेश को सबसे बड़ा पलटूराम बताते हुए कहा कि 8 दलों से गठबंधन करके पलटने वाले को सबसे पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।

अरूण राजभर ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव उनके नेता ओम प्रकाश राजभर से डरे हुए हैं। उत्तर प्रदेश में सपा को सिर्फ़ ज़ीरो मिलेगा जनता मोदी योगी ओम प्रकाश राजभर के साथ है। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के एनडीए में आने के साथ ही इंडी गठबंधन का the end हो गया है।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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