Lucknow News: एम्बुलेंस कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल, बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन

Lucknow News: प्रदर्शन करने पहुंचे कर्मचारी शरद यादव का कहना है कि बीते तीन सालों में हम अपनी मांगों को लेकर करीब बीस बार डिप्टी सीएम से मिल चुके हैं। लेकिन अभी तक हमें आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला है।

Abhishek Mishra
Published on: 16 Oct 2024 9:45 AM GMT
Lucknow News
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एम्बुलेंस कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल (Photo Source: Ashutosh Tripathi)

Lucknow News: राजधानी लखनऊ स्थित डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निवास के सामने एंबुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारी कोरोना के समय में मिले मेडल और सर्टिफिकेट लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। यहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की।


कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल

राजभवन कॉलोनी स्थित डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आवास पर बुधवार को एम्बुलेंस कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नौकरी से निकले गए नौ हजार कर्मचारियों को वेतन सहित बहाल किया जाए। निजी कंपनी द्वारा अवैध रूप से की जा रही भर्ती पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।

आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला

प्रदर्शन करने पहुंचे कर्मचारी शरद यादव का कहना है कि बीते तीन सालों में हम अपनी मांगों को लेकर करीब बीस बार डिप्टी सीएम से मिल चुके हैं। लेकिन अभी तक हमें आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला है। कल भी डिप्टी सीएम ने डेलिगेशन से मिलकर बीच का रास्ता निकालने की बात कही। इसी को लेकर आज हमने भूख हड़ताल शुरू करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी सभी मांगे नहीं मानी जाएंगी। तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।


तीन दिन में हो सकता समाधान

एम्बुलेंस कर्मचारी शैलेश ने बताया कि तीन साल पहले निकले गए 9000 एम्बुलेंस कर्मचारियों पर रोजी रोटी का संकट है। हमारी नियुक्ति साल 2012 में हुई थी। 2021 तक हमने 108 और 102 एम्बुलेंस में अपनी सेवाएं दी। लेकिन उसके बाद निजी कंपनी GVKERI द्वारा हमें नौकरी से निकाल दिया गया। इसी कंपनी के माध्यम से हमारी भर्ती भी हुई थी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से अभी तक सरकार इस कंपनी से वार्ता नहीं कर पाई है। यह बेहद दुख की बात है कि जिस समस्या का समाधान तीन दिन में किया जा सकता है वह तीन साल में भी नहीं सुलझाया जा सका। मांगे नहीं मानने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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