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Lucknow News: रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक किया
Lucknow News: डाक्टरों ने कहा, आज के समय में सांस से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसके प्रति हमेशा सजग रहने की जरूरत है। घर से बाहर निकलते समय अपने मुंह और नाक को ढक कर रखें। वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के कारण कई बीमारियों लोगों में होने लगी हैं।
रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक किया: Photo- Newstrack
Lucknow News: होटल ताज में रविवार को 5वीं रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर अपडेट 2023 कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी शिरकत की। उप मुख्यमंत्री ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि आज प्रदेश में इलाज की सुविधाओं की कमी नहीं है। समय रहते इलाज कराना बहुत जरूरी है।
रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर के बारे में लोगों को किया गया जागरूक
उन्होंने रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर के बारे में लोगों को जागरूक करने पर बल दिया। इस मौके पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर डाक्टरों ने रेसपीरेटरी एवं क्रिटिकल केयर के बारे में लोगों को जागरूक करने पर बल दिया और कहा कि आज के समय में सांस से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसके प्रति हमेशा सजग रहने की जरूरत है। घर से बाहर निकलते समय अपने मुंह और नाक को ढक कर रखें।
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भोजन पका हुआ ही करें- डाक्टर
वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के कारण कई बीमारियों लोगों में होने लगी हैं। प्रदूषण भी आज बीमारियों की बड़ी वजह बन गया है। वहीं खानपान को लेकर भी सवाधानी बरतने की बात कही गई। डाक्टरों ने कहा कि भोजन पका हुआ ही करें।
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जहां तक संभव हो घर का ही भोजन करें, बाहर के भोजन से बचें। खानपान का आपके शरीर पर बड़ा असर पड़ता है। आज कल बाजार में मिलावटी चीजों की भरमार है। ऐसे में सोच समझकर ही खाद्य पदार्थों का चुनाव करें।
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किडन और हार्ट की बीमारी आम
वहीं क्रिटिकल केयर को लेकर भी डाक्टरों ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आज कल गंभीर बीमारियां भी बड़ रही हैं। चार की उम्र पार करते ही आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। आप अपने शरीर का प्रापर चेकअप जरूर कराएं ताकि अगर कोई बीमारी हो तो उसका समय से पता चल जाए और समय रहते इलाज किया जा सके। आजकल क्रिटिकल बीमारियों किडन और हार्ट की आम हो गई हैं।