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BBAU News: सीएम योगी से मिले बीबीएयू वीसी, QS रैंकिंग में शामिल होने पर विश्वविद्यालय को दी बधाई

QS Ranking: सीएम योगी ने कहा कि यह हर्ष का विषय है की बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लगातार प्रगति कर रहा है एवं नित्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 11 Nov 2023 10:35 AM GMT (Updated on: 11 Nov 2023 10:38 AM GMT)
Lucknow News
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CM Yogi Adityanath and BBAU VC Sanjay Singh (Pic:BBAU)

Lucknow News: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा ए प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त होने पर एवं अंतरराष्ट्रीय QS रैंकिंग में स्थान पाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह को बधाई दी। सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि यह हर्ष का विषय है की बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhimrao Ambedkar University) लगातार प्रगति कर रहा है एवं नित्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होनें विश्वविद्यालय परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं भी दी।

विश्वविद्यालय ने रैंकिंग में हासिल किया 204 वॉ स्थान

दरअसल, बीते दिन विश्वविद्यालय ने दक्षिणी एशियाई रैंकिंग में 204वॉं स्थान प्राप्त किया था। साथ ही विश्वविद्यालय ने क्यूएस एशियाई यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में 651- 700 के बैंड में स्थान प्राप्त किया था। आपको बता दें कि विश्वविद्यालय क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में स्थान प्राप्त करने वाला लखनऊ का पहला एवं उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के बाद तीसरा विश्वविद्यालय है।

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (QS World University Rankings) वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्वाक्वेरेली साइमंड्स द्वारा संकलित तुलनात्मक विश्वविद्यालय रैंकिंग का एक पोर्टफोलियो है। क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में रिकॉर्ड 148 भारतीय विश्वविद्यालयों ने अपनी जगह बनाई। वहीं दूसरी ओर चीन के 133 विश्वविद्यालय इस सूची में है। पिछले महीने ही विश्वविद्यालय ने 3.72 के स्कोर के साथ नैक निरीक्षण में A++ ग्रेड हासिल किया था।

क्यूएस ( क्वाक्वेरेली साइमंड्स ) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के 20 वें संस्करण में 104 स्थानों पर 1500 संस्थान शामिल हैं और यह रोजगार और स्थिरता पर जोर देने वाली अपनी तरह की एकमात्र रैंकिंग है। इस वर्ष उन्होंने तीन नये मैट्रिक्स पेश करते हुए अब तक की सबसे बड़ी पद्धतिगत वृद्धि लागू की है, जिसमें स्थिरता, रोजगार परिणाम और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क शामिल हैं। इस वर्ष क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग को उपक्षेत्रों में भी देखा जा सकता है, जिसमें मध्य एशिया, पूर्वी एशिया, दक्षिणी पूर्वी एशिया और दक्षिणी एशिया शामिल हैं।

‌रैंकिंग बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली पद्धति में 11 संकेतक सम्मिलित हैं, जिसके अंतर्गत शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, संकाय एवं छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, प्रति पेपर उद्धरण और प्रति संकाय पेपर, पीएचडी के साथ स्टाफ, अंतर्राष्ट्रीय संकाय का अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय संकाय का अनुपात छात्र, इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात एवं आउटबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात मुख्य रूप से शामिल हैं।

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