TRENDING TAGS :
Chhath Puja In Lucknow: लक्ष्मण मेला मैदान में भोजपुरी समाज करेगा छठ पूजा का आयोजन, सीएम योगी करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
Chhath Puja In Lucknow: डेढ़ सौ से भी अधिक भोजपुरी कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की देंगे प्रस्तुति, छठ माता के गाएंगे गीत।
लक्ष्मण मेला मैदान में भोजपुरी समाज करेगा छठ पूजा का आयोजन, सीएम योगी करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन: Photo- Social Media
Lucknow News: भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा लक्ष्मण मेला मैदान गोमती तट लखनऊ में 19 एवं 20 नवंबर 2023 को छठ पूजा का आयोजन किया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी लक्ष्मण मेला मैदान गोमती तट के पास छठ पूजा के लिए व्यवस्था की जाएगी।
छठ पूजा कार्यक्रम का उद्घाटन 19 नवंबर को शाम 4:00 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में लखनऊ के सांसद और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेई, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, ऊर्जा मंत्री एवं नगर विकास मंत्री ए के शर्मा को भी आमंत्रित किया गया है। ये भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही इन्दू सोनाली, सुरेश शुक्ला, एसपी चौहान, आलोक पांडे, रवि शंकर देहाती सहित भोजपुरी के डेढ़ सौ कलाकार 18 घंटा लगातार संस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे।
Photo- Social Media
22 अक्टूबर 1984 में रखी गई थी यहां नींव-
लखनऊ में छठ पूजा की नींव 22 अक्टूबर 1984 में अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में रखी गई थी। प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में इस बार यह 39 वां छठ पूजा का आयोजन होने जा रहा है। यह भगवान भास्कर की पूजा है, भगवान सूर्य की पूजा है, जो साक्षात देव के रूप में इस धरती पर दिखाई देते हैं। वह अपार ऊर्जा के स्रोत हैं, उनकी पूजा करने से आदमी स्वस्थ, दीर्घायु, ऊर्जावान होता है, रोग व्याधि से मुक्त होता है।
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय: Photo- Social Media
तमाम लोग अपनी विभिन्न मान्यताओं के साथ घर से लेकर घाट तक पूजा अर्चन करते हैं, उसका उन्हें फल प्राप्त होता है। महिलाएं अखंड सौभाग्यवती होने के लिए लंबी सिंदूर लगाकर 36 घंटे का निर्जल व्रत करती हैं। छठ पूजा में सभी मौसमी फलों का भी प्रयोग किया जाता है। जिसमें केला, संतरा, अननास, गन्ना आदि का प्रयोग किया जाता है।